नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय यात्रा पर मालदीव पहुंचे, जहां उन्होंने राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के साथ औपचारिक बातचीत की। यह मुलाकात ऐसे समय हुई है जब दोनों देशों के संबंधों में हाल के महीनों में तनाव देखने को मिला था। लेकिन अब बातचीत से द्विपक्षीय संबंधों में नई ऊर्जा का संकेत मिल रहा है।
60वें स्वतंत्रता दिवस पर मोदी होंगे मुख्य अतिथि
मालदीव की राजधानी माले पहुंचने पर राष्ट्रपति मुइज्जू ने प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। प्रधानमंत्री मालदीव के 60वें स्वतंत्रता दिवस पर मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगे। यह यात्रा मुइज्जू के शासन में किसी विदेशी नेता की पहली राजकीय यात्रा भी है।
बातचीत का केंद्र – रक्षा और बुनियादी ढांचा
पीएम मोदी और राष्ट्रपति मुइज्जू के बीच बातचीत में रक्षा सहयोग और बुनियादी ढांचा विकास पर मुख्य रूप से फोकस रहा। पहले मुइज्जू के कार्यकाल की शुरुआत में भारत और मालदीव के संबंधों में खटास आ गई थी, जब उन्होंने शपथ ग्रहण के कुछ ही घंटों बाद भारतीय सैन्य कर्मियों को हटाने की मांग कर दी थी। इसके जवाब में भारत ने सैन्य कर्मियों की जगह असैन्य स्टाफ को तैनात किया।
भारत के प्रयासों से फिर पटरी पर लौटे रिश्ते
भारत की ओर से निरंतर संवाद और सहायता ने दोनों देशों के रिश्तों को फिर से पटरी पर लाने में अहम भूमिका निभाई। मालदीव को उसकी आर्थिक चुनौतियों से उबारने में भी भारत ने सहयोग किया है। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि भारत ने रिश्तों को सुधारने की दिशा में लगातार काम किया और अब उसका सकारात्मक परिणाम सामने है।
समुद्री सुरक्षा में सहयोग की नई दिशा
हिंद महासागर क्षेत्र में मालदीव भारत का महत्वपूर्ण समुद्री पड़ोसी है। सुरक्षा और रक्षा के क्षेत्र में पहले भी दोनों देशों के बीच मजबूती रही है, जिसे अब और अधिक गहराने की दिशा में बातचीत हुई है।
विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी मालदीव में भारत की सहायता से चल रही कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन भी करेंगे। साथ ही, वह राष्ट्रपति मुइज्जू के साथ भविष्य की साझेदारी को लेकर भी व्यापक चर्चा करेंगे।
ब्रिटेन यात्रा के बाद सीधे मालदीव पहुंचे मोदी
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ब्रिटेन की यात्रा पर थे, जहां एक ऐतिहासिक व्यापार समझौता हुआ। वहां कार, कपड़े, शराब जैसे कई उत्पादों पर शुल्क खत्म कर व्यापार को बढ़ावा देने की दिशा में कदम उठाए गए।
राजनयिक संबंधों के 60 साल पूरे
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह वर्ष भारत-मालदीव के बीच राजनयिक रिश्तों की 60वीं वर्षगांठ का भी प्रतीक है। इस अवसर पर वह समुद्री सुरक्षा और आर्थिक सहयोग के साझा दृष्टिकोण को और मजबूत करने की दिशा में काम करेंगे।
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