एनडीए मुख्यमंत्रियों की बैठक में “ऑपरेशन सिंदूर” और जातिगत जनगणना पर चर्चा, पीएम मोदी बोले – हर हाशिए पर खड़े व्यक्ति को विकास की धारा से जोड़ना लक्ष्य

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By Rita Sharma

🕒 Published 3 weeks ago (2:37 PM)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों के सम्मेलन को संबोधित किया। इस उच्चस्तरीय बैठक में देशभर से 19 मुख्यमंत्री और इतने ही उपमुख्यमंत्री शामिल हुए। बैठक में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता, जातिगत जनगणना, सुशासन, और विकास के सर्वोत्तम मॉडल जैसे अहम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई।

पीएम मोदी ने “ऑपरेशन सिंदूर” को बताया आत्मनिर्भर भारत की मिसाल

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य सफलता नहीं, बल्कि यह भारत की आत्मनिर्भरता और स्वदेशी रक्षा तकनीक पर बढ़ते विश्वास का प्रमाण है।” उन्होंने इसे भारत की सैन्य क्षमताओं और दृढ़ नेतृत्व की मिसाल बताते हुए कहा कि यह उन आतंकियों और उनके समर्थकों को करारा जवाब है, जो भारत की अखंडता को चुनौती देते हैं।

जातिगत जनगणना पर दिया स्पष्ट संकेत

पीएम मोदी ने सम्मेलन में यह भी स्पष्ट किया कि जातिगत जनगणना को लेकर सरकार का नजरिया राजनीतिक नहीं, बल्कि समावेशी विकास पर केंद्रित है। उन्होंने कहा, “हमारा मॉडल जाति आधारित राजनीति का नहीं, बल्कि हर वर्ग के पिछड़े तबकों को विकास की मुख्यधारा में लाने का है।”

इस विषय पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी कहा कि “एनडीए जाति की राजनीति में विश्वास नहीं करता, लेकिन जातिगत आंकड़े विकास की नीतियों को अधिक प्रभावी बनाने में मदद करेंगे।”

सम्मेलन में पारित हुआ प्रस्ताव

बैठक के दौरान राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने “ऑपरेशन सिंदूर” की सफलता को रेखांकित करते हुए प्रस्ताव प्रस्तुत किया, जिसे महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने समर्थन दिया। प्रस्ताव में भारतीय सशस्त्र बलों की वीरता और पीएम मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा गया कि ऑपरेशन सिंदूर ने देशवासियों में आत्मविश्वास बढ़ाया है और सुरक्षा बलों के मनोबल को ऊंचा किया है।

बैठक के प्रमुख बिंदु:

  • 22 अप्रैल को पहलगाम हमले में शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई।
  • एनडीए शासित राज्यों की ‘बेस्ट प्रैक्टिसेज’ साझा की गईं।
  • मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल की पहली वर्षगांठ पर सुशासन और पारदर्शिता पर चर्चा हुई।
  • पवन कल्याण, नायब सैनी, भजनलाल शर्मा, एकनाथ शिंदे सहित अन्य नेताओं ने राज्य स्तरीय योजनाओं की प्रस्तुति दी।

 

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