सुप्रीम कोर्ट में मंत्री विजय शाह के खिलाफ याचिका, कर्नल सोफिया पर विवादित टिप्पणी बनी वजह

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By Hindustan Uday

🕒 Published 1 week ago (9:56 AM)

मध्य प्रदेश के जल संसाधन मंत्री विजय शाह की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर दिए गए विवादास्पद बयान के चलते उनके खिलाफ कांग्रेस नेता जया ठाकुर ने एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। याचिका में मंत्री को पद से हटाने की मांग करते हुए कहा गया है कि उनका आचरण शपथ का उल्लंघन करता है और उन्हें संवैधानिक पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है।

सुप्रीम कोर्ट से ‘क्वो वारंटो’ रिट की मांग

याचिकाकर्ता जया ठाकुर ने याचिका में अनुरोध किया है कि कोर्ट ‘क्वो वारंटो’ रिट जारी करे, ताकि यह जांचा जा सके कि विजय शाह मंत्री पद पर बने रहने के लिए उपयुक्त हैं या नहीं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार की भाषा का इस्तेमाल सार्वजनिक रूप से मंत्री द्वारा किया गया, वह किसी जनप्रतिनिधि को शोभा नहीं देता।

विवादित बयान बना राजनीति का मुद्दा

विवाद तब शुरू हुआ जब 11 मई को महू के रायकुंडा गांव में एक कार्यक्रम के दौरान मंत्री विजय शाह ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का ज़िक्र करते हुए कर्नल सोफिया को लेकर कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। बयान के बाद सोशल मीडिया से लेकर संसद तक मंत्री के इस्तीफे की मांग उठने लगी। कई मुस्लिम संगठनों और विपक्षी दलों ने इसे अस्वीकार्य और अपमानजनक बताया।

मंत्री ने दी थी सफाई और मांगी थी माफी

विवाद बढ़ने पर विजय शाह ने सफाई देते हुए कहा कि उनका इरादा किसी की भावनाएं आहत करने का नहीं था और अगर उनके शब्दों से किसी को ठेस पहुंची है, तो वे माफी मांगते हैं। बावजूद इसके, यह मामला अदालत तक पहुंच चुका है और कानूनी प्रक्रिया में प्रवेश कर चुका है।

सुप्रीम कोर्ट की सख्ती और SIT जांच

सुप्रीम कोर्ट ने इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए 19 मई को सुनवाई के दौरान न केवल मंत्री के बयान पर तीखी टिप्पणी की, बल्कि तत्काल प्रभाव से एक विशेष जांच दल (SIT) के गठन के निर्देश भी दिए। उसी शाम तीन वरिष्ठ अधिकारियों की टीम बनाई गई, जिसने 20 मई से जांच शुरू की।

SIT ने दर्ज किए 125 से अधिक बयान

SIT की टीम ने घटना स्थल महू के रायकुंडा गांव में पहुंचकर 5 दिनों तक लोगों के बयान दर्ज किए। इस जांच में वीडियो रिकॉर्ड करने वाले पत्रकार, कार्यक्रम आयोजक, स्थानीय जनप्रतिनिधि, छात्र, शिक्षाविद और अन्य मौजूद लोगों से पूछताछ की गई। कुल मिलाकर 125 से अधिक व्यक्तियों के बयान दर्ज किए गए।

ऑपरेशन सिंदूर और कर्नल सोफिया की भूमिका

कर्नल सोफिया कुरैशी, विंग कमांडर व्योमिका सिंह और विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी विक्रम मिसरी ने मिलकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की जानकारी साझा की थी। यह ऑपरेशन पाकिस्तान के खिलाफ एक बड़ी सैन्य रणनीति थी, जिसमें भारत की निर्णायक भूमिका रही। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद कर्नल सोफिया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का सार्वजनिक चेहरा बन गई थीं।

मंत्री विजय शाह के बयान ने न केवल राजनीतिक हलकों में हलचल मचाई है, बल्कि अब यह मामला सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच के दायरे में आ चुका है। कांग्रेस नेता की याचिका और SIT की सक्रियता से यह स्पष्ट है कि आने वाले दिनों में इस विवाद का असर न सिर्फ मध्य प्रदेश की राजनीति पर बल्कि केंद्र स्तर तक महसूस किया जा सकता है।

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