🕒 Published 4 days ago (4:02 PM)
नई दिल्ली: राज्यसभा में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर हुई चर्चा के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने विपक्ष को सीधे निशाने पर लिया। उन्होंने दो टूक कहा कि 22 अप्रैल से 16 जून के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच कोई भी फोन कॉल नहीं हुई। जयशंकर ने विपक्ष पर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि “मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि वे कान खोलकर सुन लें।”
अमेरिकी चेतावनी और भारत की जवाबी कार्रवाई
जयशंकर ने बताया कि 9 मई को अमेरिकी उपराष्ट्रपति वेंस ने प्रधानमंत्री मोदी को फोन कर संभावित पाकिस्तानी हमले की जानकारी दी थी। इस पर प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि अगर हमला हुआ तो उसका करारा जवाब दिया जाएगा। जैसा कि हुआ – भारतीय सेना की कार्रवाई में पाकिस्तानी वायु सुरक्षा प्रणाली और उनके कई एयरबेस निष्क्रिय हो गए।
भारत ने नहीं किया कोई व्यापारिक सौदा या दबाव स्वीकार
विदेश मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत ने किसी दबाव में आकर ऑपरेशन बंद नहीं किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की ओर से संघर्षविराम के संकेत दिए गए थे, लेकिन भारत ने साफ किया कि ऐसी कोई भी अपील सिर्फ DGMO के माध्यम से ही स्वीकार की जाएगी। भारत के निर्णय में न तो कोई विदेशी दबाव था और न ही कोई व्यापारिक सौदेबाज़ी।
सिंधु जल संधि पर भी रखी दो टूक बात
सिंधु जल समझौते पर जयशंकर ने कहा कि यह एक असामान्य संधि थी जिसमें भारत की बड़ी नदियों को अधिकार के बिना पाकिस्तान की ओर बहने दिया गया। उन्होंने कहा कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को समर्थन देना नहीं रोकता, तब तक यह समझौता स्थगित रहेगा। उन्होंने कहा, “खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते।”
संसद के बाहर राहुल गांधी का हमला
जहां एक ओर राज्यसभा में जयशंकर ने तथ्यों के साथ बात रखी, वहीं लोकसभा के बाहर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोला। राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री ट्रंप के झूठ पर चुप हैं और अगर वे कुछ बोलते हैं, तो ट्रंप सार्वजनिक रूप से सच सामने ला देंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल उठाए।
गिरिराज सिंह ने किया राहुल गांधी पर पलटवार
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी के बयान पर नाराजगी जताते हुए कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और ‘महादेव’ भारत के शौर्य और आत्मसम्मान के प्रतीक हैं। उन्होंने राहुल पर तंज कसते हुए कहा कि “ये ऑपरेशन कोई मजे लेने के लिए नहीं थे।” उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह देश की सेना के पराक्रम का अपमान कर रही है।