🕒 Published 3 months ago (6:03 AM)
दिल्ली 27 अप्रैल 2025। पाकिस्तानी सेना ने एक बार फिर नियंत्रण रेखा (LoC) पर सीजफायर का उल्लंघन किया है। यह घटना लगातार तीसरे दिन हो रही है, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है। पाकिस्तानी सेना की तरफ से संघर्षविराम उल्लंघन की ताजा घटना में भारतीय क्षेत्र में गोलीबारी की गई। भारतीय सेना ने त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान की ओर से की जा रही फायरिंग का मुंहतोड़ जवाब दिया है। भारतीय सैनिकों की कार्रवाई में पाकिस्तान की फायरिंग को रोकने का प्रयास किया गया और स्थिति को नियंत्रण में लाया गया।
भारतीय सेना का कहना है कि पाकिस्तान द्वारा की गई गोलीबारी का उद्देश्य भारतीय सुरक्षा बलों को परेशान करना और सीमा पर अशांति फैलाना है। भारतीय सेना ने अपनी चौकसी बनाए रखते हुए जवाबी कार्रवाई की और पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया कि भारत अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा।
अंतर्राष्ट्रीय नेताओं ने आतंकवाद की कड़ी निंदा की
पाकिस्तान की इस हरकत के बीच, यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान और ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेज़ेश्कियन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की। दोनों नेताओं ने हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा की और इस हमले में मारे गए लोगों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की। इन देशों ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी एकजुटता दिखाते हुए भारत के साथ खड़ा होने का संदेश दिया। उन्होंने इस हमले के अपराधियों को पकड़ने और उन्हें न्याय के कटघरे में लाने के लिए भारत की स्थिरता और समर्थन व्यक्त किया।
भारत ने इस संदर्भ में अपने राजनयिक प्रयासों को और तेज किया है, जिसमें वह पाकिस्तान के सीमा पार आतंकवाद का मुद्दा अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने उठा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस आतंकी हमले को लेकर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है और इसे पाकिस्तानी प्रायोजित आतंकवाद के रूप में बताया है।
खाड़ी देशों द्वारा तनाव कम करने की कोशिशें
सऊदी अरब और मिस्र, जो कि खाड़ी देशों के महत्वपूर्ण सदस्य हैं, ने भी इस स्थिति में मध्यस्थता करने का प्रयास किया है। इन देशों ने भारत और पाकिस्तान दोनों के साथ बातचीत की है, ताकि दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को कम किया जा सके। सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह भारत और पाकिस्तान के बीच शांति स्थापित करने के लिए हर संभव प्रयास करेगा। वहीं, मिस्र ने भी इस मुद्दे पर अपनी बातचीत जारी रखी है और दोनों देशों के बीच शांति की दिशा में काम करने की अपनी प्रतिबद्धता जताई है।
हालांकि, भारत ने हमेशा विदेशी मध्यस्थता का विरोध किया है और यह स्पष्ट किया है कि यह मुद्दा दोनों देशों के बीच सीधे संवाद से ही हल हो सकता है। भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की अपील की है, ताकि सीमा पार आतंकवाद को पूरी तरह से रोका जा सके।
भारत, पाकिस्तान द्वारा बढ़ाए गए तनाव के बावजूद शांति बनाए रखने के लिए अपने प्रयासों में जुटा हुआ है और इसके लिए वह अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपनी स्थिति को मजबूत करने का काम कर रहा है।