🕒 Published 4 weeks ago (5:35 AM)
नई दिल्ली: भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान की सीमा में स्थित आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले कर बड़ा सैन्य कदम उठाया है। इस विशेष अभियान में 64 पाकिस्तानी सैनिकों और अधिकारियों के मारे जाने की जानकारी सामने आई है, जबकि 90 से अधिक घायल हुए हैं। यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान की ओर से बढ़ती आतंकी गतिविधियों के जवाब में की गई थी।
गृह मंत्री ने दी जानकारी
गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि भारतीय सेना ने ब्रह्मोस मिसाइलों की मदद से पाकिस्तान के कई एयरबेस को निशाना बनाया। इन हमलों में पाकिस्तान की रक्षा प्रणाली, विशेषकर चीन निर्मित वायु रक्षा सिस्टम, कोई असर नहीं दिखा सका। उन्होंने इसे भारत की सैन्य ताकत का स्पष्ट संदेश बताया।
विदेश सचिव विक्रम मिसरी का बयान
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने संसद की एक समिति को जानकारी देते हुए बताया कि भारत और पाकिस्तान के बीच यह टकराव पारंपरिक सैन्य सीमाओं के भीतर रहा। पाकिस्तान की ओर से किसी भी तरह के परमाणु खतरे का संकेत नहीं मिला। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पाकिस्तान, भारत पर आतंकवाद फैलाने के जो आरोप लगा रहा है, वे पूरी तरह निराधार हैं।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और भारत की सफाई
पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के हवाई ठिकानों को निशाना बनाने का दावा किया था, जिसे भारत सरकार ने सिरे से खारिज कर दिया। भारत ने ऑपरेशन के बाद जारी की गई सैटेलाइट तस्वीरों और अन्य प्रमाणों से यह स्पष्ट कर दिया कि उसके हवाई अड्डों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। विदेश सचिव ने चेतावनी दी कि पाकिस्तान यदि झूठा प्रचार करता रहा, तो उसे कूटनीतिक स्तर पर गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।
ऑपरेशन की रणनीतिक उपलब्धि
ऑपरेशन सिंदूर को भारत की रक्षा रणनीति और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। इस ऑपरेशन में ब्रह्मोस और आकाश मिसाइल जैसी स्वदेशी प्रणालियों का सफलतापूर्वक उपयोग हुआ। इससे यह साफ होता है कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ कठोर और निर्णायक रुख अपनाने के लिए पूरी तरह तैयार है।
यह ऑपरेशन न केवल भारत की सैन्य तैयारी को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि अब आतंकी हमलों का जवाब सख्ती और सटीकता से दिया जाएगा।