Operation Sindhu: इजराइल-ईरान संघर्ष के बीच 110 भारतीय छात्र सुरक्षित स्वदेश लौटे

By Hindustan Uday

🕒 Published 2 months ago (8:18 AM)

नई दिल्ली। दिल्ली एयरपोर्ट पर छात्रों ने साझा किए अनुभव
ईरान और इजराइल के बीच जारी तनाव के बीच भारत सरकार ने “ऑपरेशन सिंधु” के तहत बड़ा कदम उठाते हुए वहां फंसे 110 भारतीय छात्रों को सुरक्षित भारत वापस लाने की पहल की। मंगलवार को इंडिगो की फ्लाइट के ज़रिए ये छात्र दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे। एयरपोर्ट पर पहुंचते ही कई छात्रों ने अपने अनुभव साझा करते हुए भारत सरकार का आभार जताया।

ईरान में हालात गंभीर, डर का माहौल

दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचे छात्र यासिर गफ्फार ने कहा, “हमने रात में मिसाइलों की आवाज़ें सुनीं और आसमान से गुजरते देखा। वहां डर का माहौल था। भारत लौटकर सुकून मिला है। हालात ठीक होते ही मैं फिर से अपनी पढ़ाई पूरी करने ईरान जाऊंगा।”

छात्रों ने जताया भारत सरकार और दूतावास का आभार
वहीं, छात्रा ग़ज़ल ने कहा, “हम बहुत आभारी हैं भारतीय दूतावास के जिन्होंने हर कदम पर हमारी मदद की। हम अब सुरक्षित हैं और इस पर गर्व है।” एक अन्य छात्रा मरियम रोज़ ने बताया कि तीन दिन की लंबी यात्रा के बाद वे थक जरूर गए हैं लेकिन सुरक्षित लौटने की खुशी सबसे बड़ी है। उन्होंने बताया, “दूतावास ने हर व्यवस्था पहले से की हुई थी, जिससे हमें ज्यादा परेशानी नहीं हुई।”

तेहरान में स्थिति बेहद खराब
एक छात्र ने बताया कि तेहरान में हालात दिन-ब-दिन बिगड़ते जा रहे हैं। “हर भारतीय छात्र को सुरक्षित बाहर निकाला जा रहा है और अधिकारी बहुत अच्छा काम कर रहे हैं।”

युद्ध से मानवता को नुकसान
छात्र अमान अजहर ने कहा, “मैं बहुत खुश हूं कि मैं अपने परिवार के पास लौट आया। ईरान में हालात बदतर हो चुके थे। वहां के लोग भी मुश्किल में हैं, छोटे बच्चे भी तकलीफ झेल रहे हैं। युद्ध किसी समस्या का समाधान नहीं है, इसमें सबसे ज्यादा नुकसान इंसानियत का होता है।”

माता-पिता ने भी जताया सुकून
वहीं, एक छात्र की मां ने भावुक होकर कहा, “मेरी बेटी वापस आ गई, इससे बड़ी खुशी और कुछ नहीं। भारत सरकार का धन्यवाद जिन्होंने बच्चों को सुरक्षित वापस लाया।” उन्होंने इच्छा जताई कि बाकी छात्र भी जल्द अपने परिवार से मिलें।

आर्मेनिया और कतर के रास्ते भारत पहुंचाया गया जत्था
बता दें कि ये सभी छात्र पहले मंगलवार को आर्मेनिया की राजधानी येरेवन पहुंचे थे, जहां उन्हें अस्थायी रूप से होटलों में ठहराया गया। इसके बाद इन्हें दो चरणों में भारत लाया गया। पहले इंडिगो की एक फ्लाइट से ये छात्र येरेवन से कतर की राजधानी दोहा लाए गए और फिर वहां से नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचे।

सरकार के फैसले की सराहना
ऑपरेशन सिंधु के तहत सरकार के इस तेज और संवेदनशील कदम की सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक हलकों में जमकर सराहना हो रही है। छात्र और उनके परिजन इस रेस्क्यू ऑपरेशन को एक सराहनीय मानवीय पहल बता रहे हैं।

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