🕒 Published 4 months ago (6:25 AM)
नवरात्रि में मंदिरों के पास मीट की दुकानें रहेंगी बंद, सीएम योगी का सख्त आदेश!
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में नवरात्रि के दौरान धार्मिक स्थलों के आसपास मीट की दुकानों पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। नवरात्रि में मंदिरों के पास मीट की दुकानें रहेंगी बंद यह आदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद दिया है। मुख्यमंत्री ने सख्त निर्देश जारी किए हैं कि सभी जिलाधिकारी और पुलिस प्रशासन यह सुनिश्चित करें कि मंदिरों के 500 मीटर के दायरे में कोई भी मांस-मछली की दुकान न खुले।
सीएम योगी का बड़ा ऐलान
शनिवार को मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर नवरात्रि और रामनवमी की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने स्पष्ट किया कि नवरात्रि में मंदिरों के पास मीट की दुकानें रहेंगी बंद और इस नियम का कड़ाई से पालन कराया जाएगा।
“नवरात्रि का पर्व श्रद्धा और भक्ति का होता है। प्रदेशभर में शक्ति पीठों और मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। ऐसे में धार्मिक माहौल को पवित्र बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है,” सीएम योगी ने कहा। उन्होंने यह भी आदेश दिया कि जहां पर मीट की दुकानें हैं, वहां वे पूरी तरह से ढकी हुई हों और खुले में किसी भी तरह से मांस की बिक्री न हो।
अवैध स्लॉटरहाउस पर सख्ती
योगी सरकार ने पहले भी अवैध स्लॉटरहाउस पर कड़ी कार्रवाई की थी और अब नवरात्रि में मंदिरों के पास मीट की दुकानें रहेंगी बंद इस आदेश के साथ अवैध मीट की बिक्री पर भी नकेल कस दी गई है। मुख्यमंत्री ने नगर निगम और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी हालत में अवैध स्लॉटरिंग न हो। यदि कोई इसका उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
रामनवमी पर भी रहेंगी मीट की दुकानें बंद
सीएम योगी ने यह भी घोषणा की कि रामनवमी के दिन पूरे प्रदेश में मीट की दुकानें बंद रहेंगी। अयोध्या में रामनवमी का भव्य आयोजन किया जाएगा और श्रीराम जन्मभूमि में विशेष पूजा होगी। इस दौरान लाखों श्रद्धालु अयोध्या पहुंचेंगे, इसलिए मंदिरों के आसपास विशेष साफ-सफाई के निर्देश भी दिए गए हैं।
गाजियाबाद में 100% बंद होंगी मीट की दुकानें
दिल्ली की तर्ज पर गाजियाबाद में भी नवरात्रि के दौरान मीट की दुकानों को पूरी तरह से बंद रखने का फैसला लिया गया है। गाजियाबाद की मेयर सुनीता दयाल ने कहा कि हर साल की तरह इस बार भी नवरात्रि में मंदिरों के पास मीट की दुकानें रहेंगी बंद। इस आदेश का पालन सख्ती से कराया जाएगा। विधायक संजीव शर्मा ने भी इस फैसले को सही ठहराते हुए अधिकारियों से इसे लागू करने को कहा।
संभल में भी उठा मीट की बिक्री पर प्रतिबंध का मुद्दा
संभल में हरिमंदिर के वादी संत ने जिला प्रशासन से मांग की है कि नवरात्रि के दौरान पूरे जिले में मीट की अवैध बिक्री बंद कराई जाए। संत ने कहा, “धार्मिक स्थलों के पास मीट की बिक्री आस्था के खिलाफ है। नवरात्रि में मंदिरों के पास मीट की दुकानें रहेंगी बंद यह सुनिश्चित करना प्रशासन की जिम्मेदारी है।”
क्या कहती है जनता?
योगी सरकार के इस फैसले पर जनता की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। कुछ लोगों का कहना है कि धार्मिक आयोजनों के समय ऐसा प्रतिबंध जरूरी है, ताकि माहौल शांतिपूर्ण बना रहे। वहीं, मीट कारोबारियों का मानना है कि इससे उनकी आय पर असर पड़ेगा।
एक स्थानीय दुकानदार ने कहा, “हम सरकार के आदेश का सम्मान करते हैं, लेकिन हमें भी व्यापार करने का अधिकार है। अगर नवरात्रि में दुकानें बंद करनी पड़ेंगी, तो सरकार को हमारी आर्थिक सहायता करनी चाहिए।”
वहीं, श्रद्धालु इस फैसले से बेहद खुश हैं। मीरजापुर के मां विंध्यवासिनी मंदिर में दर्शन करने आए एक भक्त ने कहा, “हम यहां आध्यात्मिक शांति के लिए आते हैं, अगर मंदिर के पास ही मीट की दुकानें होंगी, तो माहौल खराब होता है। यह फैसला बिल्कुल सही है।”
क्या होगा अगर आदेश का उल्लंघन हुआ?
सरकार ने यह साफ कर दिया है कि यदि कोई भी नवरात्रि में मंदिरों के पास मीट की दुकानें रहेंगी बंद इस आदेश का उल्लंघन करता है, तो उस पर कड़ी कार्रवाई होगी। नगर निगम और स्थानीय पुलिस इस पर कड़ी निगरानी रखेंगे। जरूरत पड़ने पर प्रशासन दंडात्मक कार्रवाई भी कर सकता है।
भक्तों की सुविधाओं का भी रखा जाएगा ध्यान
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि नवरात्रि के दौरान मंदिरों में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाए। पेयजल, टेंट, सफाई और सुरक्षा जैसी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं।
“भक्तों को किसी भी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए पूरी तैयारी होनी चाहिए। मंदिरों में जल आपूर्ति की उचित व्यवस्था हो और गर्मी से बचाव के लिए छांव की भी व्यवस्था की जाए,” सीएम योगी ने कहा।
क्या इससे पहले भी लागू हुआ था ऐसा नियम?
यह पहली बार नहीं है जब यूपी में नवरात्रि में मंदिरों के पास मीट की दुकानें रहेंगी बंद का आदेश जारी हुआ हो। इससे पहले भी सीएम योगी के कार्यकाल में त्योहारों के दौरान मांस की दुकानों को बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं। 2017 में जब योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने थे, तब उन्होंने अवैध बूचड़खानों पर भी कड़ा प्रहार किया था।
निष्कर्ष
सीएम योगी के इस फैसले ने एक बार फिर यूपी में धार्मिक आयोजनों के सम्मान और सांस्कृतिक मूल्यों को प्राथमिकता दी है। नवरात्रि में मंदिरों के पास मीट की दुकानें रहेंगी बंद यह आदेश धार्मिक आस्था को बनाए रखने के लिए दिया गया है। हालांकि, इसके सामाजिक और आर्थिक प्रभावों पर बहस जारी है। लेकिन एक बात तय है – इस बार नवरात्रि का माहौल पूरी तरह से भक्तिमय और पवित्र रहेगा!
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