🕒 Published 5 months ago (5:15 AM)
नेपाल में 6.1 तीव्रता का जोरदार भूकंप, पटना तक महसूस हुए झटके
नई दिल्ली – शुक्रवार की सुबह नेपाल में 6.1 तीव्रता का जोरदार भूकंप आया, जिसके झटके पटना समेत पूरे हिमालयी क्षेत्र में महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप का केंद्र नेपाल के सिंधुपालचोक जिले में स्थित था। इस भूकंप के झटके बिहार बॉर्डर के पास भी दो बार महसूस किए गए। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में डर का माहौल पैदा कर दिया, लेकिन राहत की बात यह है कि अब तक किसी बड़े जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है।
नेपाल में 6.1 तीव्रता का जोरदार भूकंप: हिमालयी क्षेत्र में कंपन
नेपाल में आए इस भूकंप की तीव्रता 6.1 मापी गई, जो एक शक्तिशाली भूकंप माना जाता है। नेपाल के काठमांडु और आसपास के क्षेत्रों में भूकंप के झटके दो बार महसूस किए गए, जिससे लोग अपने घरों से बाहर निकलकर सड़कों पर आ गए। भूकंप के झटके पटना, बिहार के विभिन्न हिस्सों में भी महसूस हुए, जहां कई लोगों ने सोशल मीडिया पर अपने अनुभव साझा किए। नेपाल में 6.1 तीव्रता का जोरदार भूकंप ने हिमालयी क्षेत्रों के लोगों को गहरी नींद से जगा दिया।
भूकंप का केंद्र और समय
रिपोर्ट्स के अनुसार, नेपाल में 6.1 तीव्रता का जोरदार भूकंप शुक्रवार की सुबह करीब 2:35 बजे आया। भूकंप का केंद्र नेपाल के सिंधुपालचोक जिले के भैरव कुंडा क्षेत्र में था। जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (GFZ) ने इस भूकंप की तीव्रता 6.1 मापी, जबकि भारत के नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने इसकी तीव्रता 5.5 आंकी। भूकंप की गहराई लगभग 10 किलोमीटर थी, जो इसे अधिक शक्तिशाली बनाता है।
नेपाल में 6.1 तीव्रता का जोरदार भूकंप से बचने के प्रयास
नेपाल में 6.1 तीव्रता का जोरदार भूकंप आने के बाद, स्थानीय अधिकारियों ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी। लोग घरों से बाहर निकलकर खुले स्थानों पर जमा हो गए, क्योंकि भूकंप के झटके काफी समय तक महसूस किए गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि कई घरों और इमारतों में दरारें पड़ गईं, हालांकि अभी तक बड़े पैमाने पर नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं आई है। गणेश नेपाली, जो नेपाल के एक वरिष्ठ अधिकारी हैं, ने रॉयटर्स को बताया, “इससे हमारी नींद बुरी तरह से टूट गई। हम घर से बाहर निकल आए, और अब धीरे-धीरे लोग घरों को लौट रहे हैं।”
भूकंप के प्रभाव: पटना और हिमालयी क्षेत्र में कंपन
पटना समेत बिहार के अन्य हिस्सों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। सोशल मीडिया पर लोगों ने इमारतों और छत के पंखों के हिलते हुए वीडियो साझा किए। एक एक्स (पूर्व में ट्विटर) यूजर ने बताया कि भूकंप के झटके लगभग 35 सेकंड तक महसूस हुए। पटना के निवासी निखिल सिंह ने कहा, “बिहार के पटना में तीव्र भूकंप महसूस किए गए। सब कुछ हिल रहा था, लेकिन अभी तक कोई नुकसान नहीं हुआ है।”
नेपाल में 6.1 तीव्रता का जोरदार भूकंप और संभावित नुकसान
नेपाल में 6.1 तीव्रता का जोरदार भूकंप काफी खतरनाक हो सकता है। इस तीव्रता का भूकंप इमारतों को कमजोर कर सकता है, जिससे कई इमारतों में दरारें आ सकती हैं। खासकर पुराने और कमजोर इमारतों में क्षति की संभावना अधिक होती है। हालांकि, अभी तक किसी जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं मिली है, लेकिन विशेषज्ञों ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। इस तरह के भूकंप हिमालयी क्षेत्र में भूगर्भीय हलचल के परिणामस्वरूप होते हैं, जो इस क्षेत्र को लगातार भूकंपीय गतिविधियों के प्रति संवेदनशील बनाते हैं।
सामाजिक मीडिया पर प्रतिक्रिया
नेपाल में 6.1 तीव्रता का जोरदार भूकंप के बाद, सोशल मीडिया पर भूकंप से संबंधित खबरें तेजी से फैल गईं। लोगों ने अपने अनुभवों को साझा किया और कई वीडियो भी अपलोड किए गए, जिनमें भूकंप के दौरान इमारतों के हिलते हुए दृश्य दिखाए गए। एक व्यक्ति ने लिखा, “यह भूकंप बहुत तेज था। हम सभी अपने घरों से बाहर निकलकर खुले में आ गए।” वहीं, कई लोगों ने पटना में भूकंप के झटकों की भी पुष्टि की, और बताया कि यह लगभग आधे मिनट तक महसूस हुआ।
नेपाल और बिहार के लिए सुरक्षा दिशानिर्देश
नेपाल में 6.1 तीव्रता का जोरदार भूकंप ने एक बार फिर यह याद दिलाया है कि भूकंप से बचने के लिए लोगों को पहले से तैयार रहना चाहिए। आपातकालीन किट, सुरक्षित स्थानों की जानकारी और घरों की संरचना की मजबूती सुनिश्चित करने की जरूरत है। ऐसे क्षेत्रों में, जहां भूकंप का खतरा अधिक होता है, वहां की सरकारें भी सुरक्षित भवन निर्माण के मानकों का पालन करवाने पर जोर देती हैं। लोगों को भूकंप के दौरान तुरंत घरों से बाहर निकलकर खुले और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी जाती है।
इंडोनेशिया में भी आया था शक्तिशाली भूकंप
नेपाल में 6.1 तीव्रता का जोरदार भूकंप के कुछ ही दिनों पहले इंडोनेशिया में भी 26 फरवरी को भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। वहां भी भूकंप की तीव्रता 6.1 मापी गई थी। यह भूकंप उत्तरी सुलावेसी प्रांत के पास समुद्र में आया था। भूकंप की गहराई लगभग 10 किलोमीटर थी और इसने पूरे क्षेत्र में भय का माहौल पैदा कर दिया था। हालांकि, इंडोनेशिया की मौसम विज्ञान एजेंसी ने सुनामी की आशंका से इनकार कर दिया था, जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिली।
नेपाल में 6.1 तीव्रता का जोरदार भूकंप: भूगर्भीय हलचल का परिणाम
नेपाल में 6.1 तीव्रता का जोरदार भूकंप भूगर्भीय हलचल का एक सामान्य परिणाम है। हिमालयी क्षेत्र विश्व के सबसे सक्रिय भूकंपीय क्षेत्रों में से एक है, जहां नियमित रूप से भूकंप आते रहते हैं। भूगर्भीय प्लेटों के टकराव और सरकने के कारण इस क्षेत्र में बार-बार भूगर्भीय गतिविधियां होती रहती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, यह क्षेत्र भविष्य में भी ऐसे शक्तिशाली भूकंपों का सामना कर सकता है। इसलिए, नेपाल और हिमालयी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को भूकंप से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए।
भविष्य की तैयारियां और चेतावनी प्रणाली
नेपाल में 6.1 तीव्रता का जोरदार भूकंप के बाद, नेपाल और भारत दोनों देशों की सरकारें भूकंप की चेतावनी प्रणाली को और मजबूत बनाने पर जोर दे रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि भूकंप की सटीक पूर्वानुमान प्रणाली स्थापित करने से कई जानमाल को बचाया जा सकता है। इसके साथ ही, भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षित इमारतों के निर्माण और आपातकालीन व्यवस्थाओं पर भी ध्यान देने की जरूरत है।
निष्कर्ष: नेपाल में 6.1 तीव्रता का जोरदार भूकंप ने हिलाया पूरा हिमालय क्षेत्र
नेपाल में 6.1 तीव्रता का जोरदार भूकंप ने पूरे हिमालय क्षेत्र को हिला कर रख दिया। बिहार बॉर्डर के पास तक भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिससे लोग घबराकर अपने घरों से बाहर आ गए। इस भूकंप ने एक बार फिर से यह दिखा दिया कि हिमालयी क्षेत्र कितना संवेदनशील है और यहां की आबादी को भूकंप जैसी आपदाओं से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए। विशेषज्ञों ने बताया कि नेपाल में 6.1 तीव्रता का जोरदार भूकंप का केंद्र नेपाल का सिंधुपालचोक जिला था, जो पहले भी भूकंपीय गतिविधियों का केंद्र रह चुका है।
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