🕒 Published 1 month ago (9:42 AM)
हरियाणा के फरीदाबाद से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां सैनिक कॉलोनी में रहने वाली महिला मेघा लुकरा ने अंधविश्वास में आकर अपने दो साल के मासूम बेटे को नहर में फेंक दिया। पुलिस ने महिला और एक महिला तांत्रिक को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने मेघा को यह कहकर बहकाया था कि उसका बेटा ‘सफेद जिन्न’ का बच्चा है और पूरे परिवार के लिए खतरा बन सकता है।
क्या है मामला?
रविवार शाम बीपीटीपी थाना क्षेत्र की एक नहर में मेघा ने अपने बेटे तन्मय उर्फ रौनिक को फेंक दिया। यह देखकर मौके पर मौजूद लोग हैरान रह गए और तुरंत पुलिस को सूचना दी। स्थानीय लोगों ने महिला को रोके रखा। पुलिस, दमकल विभाग और एनडीआरएफ की टीमों ने बच्चे की तलाश शुरू कर दी, लेकिन सोमवार शाम तक मासूम का कोई सुराग नहीं मिल पाया।
पति ने दर्ज कराया पत्नी के खिलाफ केस
महिला के पति कपिल लुकरा ने ही इस पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी। कपिल ने बताया कि उनकी शादी 16 साल पहले मेघा से हुई थी। उनकी 14 साल की एक बेटी और दो साल का बेटा तन्मय था। कपिल ने आरोप लगाया कि मेघा तांत्रिक मिता भाटिया के झांसे में आ गई और उसी के कहने पर अपने बेटे को नहर में फेंक दिया।
अंधविश्वास बना मासूम की मौत की वजह
तांत्रिक के बताए झूठे डर की वजह से मेघा ने अपने ही बच्चे की जान ले ली। यह वही बेटा था जो शादी के 14 साल बाद उनके घर आया था। घटना के बाद मेघा शांत और भावहीन नजर आ रही है, जबकि उसकी बेटी सदमे में है और किसी से बात नहीं कर रही।
पड़ोसियों ने बताया घटनाक्रम
आसपास के लोगों ने बताया कि कपिल एक निजी कंपनी में नौकरी करता है। रविवार शाम करीब 5 बजे मेघा अपने बेटे को लेकर घर से निकली थी। जब काफी देर तक वो लौटकर नहीं आई, तो लोगों ने खोजबीन शुरू की। तभी यह खुलासा हुआ कि उसने अपने मासूम को नहर में फेंक दिया है।
फिलहाल पुलिस ने महिला मेघा और तांत्रिक मिता भाटिया को गिरफ्तार कर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। बच्चे की तलाश अभी जारी है।