🕒 Published 4 months ago (5:15 AM)
मोदी सरकार का दमदार कदम! अब दुश्मन 100 बार सोचेंगे इंडियन नेवी से टकराने से पहले
🔥 राफेल मरीन की एंट्री से नेवी को मिलेगा नया पंख
भारत की सुरक्षा व्यवस्था अब केवल सीमाओं तक सीमित नहीं रही, बल्कि समुद्री सीमाएं भी अब अभेद्य किले बन चुकी हैं। मोदी सरकार का दमदार कदम एक बार फिर पूरे देश में गर्व की लहर लेकर आया है। इस बार केंद्र सरकार ने ऐसा फैसला लिया है जो भारत की नेवी को वह ताकत देगा, जिससे दुश्मन एक नहीं, सौ बार सोचेंगे टकराने से पहले।
✅ क्या है ये कदम?
सरकार इस माह के अंत में 26 राफेल मरीन फाइटर जेट्स की खरीद को मंजूरी देने वाली है। यह विमान भारत के लिए गेम चेंजर साबित होंगे। मोदी सरकार का दमदार कदम यहीं खत्म नहीं होता — इसके साथ ही तीन नई डीज़ल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियों की भी योजना तैयार है।
✈️ राफेल मरीन: समुद्र के शिकारी
राफेल मरीन यानी “समंदर का सिकंदर”!
10,300 किलोग्राम वजनी ये विमान समुद्र में उड़ान भरकर एक मिनट में 18,000 मीटर की ऊंचाई तक पहुंच सकते हैं। यह विमान न सिर्फ पनडुब्बियों को खोजने में माहिर हैं बल्कि उन्हें नष्ट करने के लिए मिसाइलों और रडारों से भी लैस हैं।
मोदी सरकार का दमदार कदम राफेल मरीन के साथ उस स्थिति को पैदा कर रहा है जहां चीन के J-20 और पाकिस्तान के F-16 जैसे फाइटर जेट्स भी फीके पड़ जाएं।
🚢 INS विक्रांत से बढ़ेगी ताकत
इन 26 राफेल-M को भारत के दो एयरक्राफ्ट कैरियर — खासतौर पर INS विक्रांत — पर तैनात किया जाएगा। यह स्वदेशी विमानवाहक पोत अब इन अत्याधुनिक फाइटर्स से लैस होगा। इसका मतलब? अब भारत सिर्फ जमीन पर नहीं, समंदर में भी सुपरपावर बनने की ओर बढ़ चला है।
📊 एक नजर: रक्षा खर्च का आंकड़ा
वर्ष | रक्षा कॉन्ट्रैक्ट्स | कुल खर्च (₹ में) |
---|---|---|
2023-2024 | 192 | ₹1,04,855.92 करोड़ |
2024-2025 | 193 | ₹2,09,059.85 करोड़ |
कुल (2014-2025) | 1096 | ₹10 लाख करोड़ से अधिक |
इन आंकड़ों को देखकर यह साफ है कि मोदी सरकार का दमदार कदम सिर्फ बातें नहीं करता, काम करता है।
🧠 रणनीति: आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम
मोदी सरकार की यह डील सिर्फ ताकत का प्रदर्शन नहीं है, बल्कि ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में भी बड़ी पहल है। जब चीन LAC पर अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत कर रहा है और दक्षिण एशिया में राजनीतिक उथल-पुथल जारी है, तब भारत भी पीछे नहीं हटने वाला।
मोदी सरकार का दमदार कदम दिखाता है कि अब भारत अपने बल पर खड़ा है, और हर चुनौती का सामना करने को तैयार है।
💣 क्यों खास है राफेल मरीन?
फोल्डेबल विंग्स — एयरक्राफ्ट कैरियर पर आसानी से लैंडिंग
एंटी-सबमरीन रडार्स
मीटियोर, स्कैल्प और हैमर मिसाइलों से लैस
मैक 2 की स्पीड यानी दुश्मन का नामोनिशान मिटाने की क्षमता
स्टील्थ टेक्नोलॉजी — दुश्मन रडार भी नहीं पकड़ पाएंगे
मोदी सरकार का दमदार कदम ऐसे समय में लिया गया है जब हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) में चीन की मौजूदगी लगातार बढ़ रही है। यह फैसला चीन को एक सख्त संदेश देता है: “भारत अब चुप नहीं बैठेगा।”
💬 जनमानस की प्रतिक्रिया
राफेल मरीन डील को लेकर सोशल मीडिया पर भी लोगों की प्रतिक्रियाएं काफी जोशीली हैं। एक ट्विटर यूजर लिखते हैं —
“यह सिर्फ रक्षा सौदा नहीं, यह भारत की संप्रभुता और गौरव का प्रतीक है। मोदी सरकार का दमदार कदम सलाम के काबिल है!”
🇮🇳 भारत की नई सैन्य छवि
अब भारत की छवि सिर्फ एक उभरते हुए राष्ट्र की नहीं, बल्कि एक ‘सुपर स्ट्रैटेजिक पॉवर’ की बन रही है। देश की सेनाएं हर मोर्चे पर सजग हैं, और मोदी सरकार का दमदार कदम इस सजगता को दृढ़ संकल्प में बदल रहा है।
🤝 रक्षा कूटनीति और अंतरराष्ट्रीय छवि
राफेल मरीन डील फ्रांस के साथ भारत की रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करेगी। इससे भारत को तकनीक, ट्रेनिंग और सपोर्ट तीनों में फायदा मिलेगा।
🔍 निष्कर्ष: अब कोई नहीं कर सकेगा नजरअंदाजी
आज का भारत पहले से बहुत अलग है। यह भारत सहने वाला नहीं, समझाने वाला है।
और जब जरूरत हो, तो सर्जिकल स्ट्राइक भी कर सकता है। मोदी सरकार का दमदार कदम इस आत्मविश्वास की जीती-जागती मिसाल है।
अब जब भारतीय नौसेना के पास होंगे राफेल मरीन जैसे अद्वितीय लड़ाकू विमान, तब दुश्मन देशों को समुद्र से भारत की ओर देखने से पहले 100 बार सोचना पड़ेगा।
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