🕒 Published 4 months ago (3:46 AM)
दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार रात गुजरात कांग्रेस की समन्वय समिति की बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें संगठन को मजबूत करने के उद्देश्य से कई अहम निर्णय लिए गए। यह बैठक सर्किट हाउस में आयोजित की गई, जिसमें पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल, गुजरात कांग्रेस प्रभारी मुकुल वासनिक और राज्य के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
नेताओं के प्रदर्शन पर होगी पैनी नजर
बैठक में राहुल गांधी ने स्पष्ट किया कि अब संगठन के भीतर प्रदर्शन आधारित पदोन्नति की नीति अपनाई जाएगी। उन्होंने सभी नेताओं को चेतावनी दी कि जो अपनी जिम्मेदारियों को ठीक से नहीं निभाएंगे, उन्हें कोई पद नहीं मिलेगा। वहीं, जो केवल चुनावी मौसम में सक्रिय रहते हैं, उन्हें टिकट नहीं दिया जाएगा। पार्टी में वही लोग आगे बढ़ेंगे जो लगातार जनता के बीच रहकर काम करेंगे।
2027 विधानसभा चुनाव को लेकर दिया गया टारगेट
राहुल गांधी ने नेताओं से आगामी 2027 विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटने को कहा और बीजेपी को हराने की जिम्मेदारी सौंपी। उन्होंने यह भी कहा कि हर वरिष्ठ नेता की भूमिका तय की जाएगी और उन्हें उसी के अनुसार काम करने की अपेक्षा की जाएगी।
अच्छा काम करने वाले जिलाध्यक्षों को मिलेगा इनाम
बैठक के दौरान राहुल गांधी ने वादा किया कि जिन जिलाध्यक्षों का प्रदर्शन बेहतर रहेगा, सत्ता में आने पर उन्हें मंत्री पद की जिम्मेदारी दी जाएगी। यह कदम कांग्रेस संगठन में नई ऊर्जा भरने के लिए उठाया गया है।
बीजेपी से जुड़े लोगों की होगी पहचान
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि पार्टी को उन लोगों की पहचान करनी होगी जो कांग्रेस में रहकर भाजपा के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को संगठन से बाहर का रास्ता दिखाना जरूरी है। उनके अनुसार, पार्टी को वफादार कार्यकर्ताओं के साथ मजबूती से आगे बढ़ना होगा।
मोडासा से पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत
राहुल गांधी ने अपने गुजरात दौरे के दौरान अरवल्ली जिले के मोडासा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। यहां से जिलाध्यक्षों के चयन को लेकर एक पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई। इस पहल का उद्देश्य जमीनी स्तर पर संगठन को सशक्त बनाना है।
गौरतलब है कि कांग्रेस बीते तीन दशकों से गुजरात की सत्ता से बाहर है। ऐसे में राहुल गांधी की यह रणनीति पार्टी के लिए एक नई दिशा तय कर सकती है।