सोशल मीडिया दिग्गज Meta एक बार फिर सुर्खियों में है — लेकिन इस बार वजह नई भर्ती नहीं, बल्कि बड़ी छंटनी है। कंपनी ने अपने Super Intelligence Lab डिवीजन से 600 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, Meta के Chief AI Officer, अलेक्ज़ेंडर वांग ने कर्मचारियों को भेजे एक मेमो में बताया कि यह फैसला टीम को तेज, चुस्त और असरदार बनाने के लिए लिया गया है। उनका कहना है कि छोटी टीमों में कम बातचीत, तेज मंजूरी प्रक्रिया और ज्यादा जिम्मेदारी दी जा सकती है, जिससे काम की गति और गुणवत्ता दोनों बढ़ेगी। इस छंटनी से कर्मचारियों में मायूसी और रोष है ।
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किसे प्रभावित किया गया ?
यह छंटनी Meta की पुरानी AI रिसर्च, प्रोडक्ट और इंफ्रास्ट्रक्चर यूनिट्स में की गई है, जबकि नई और हाई-प्रोफाइल TBS Lab को इससे बाहर रखा गया है। निकाले गए कर्मचारियों को कंपनी की ओर से 16 हफ्तों का वेतन, साथ ही हर पूरे किए गए साल के लिए 2 अतिरिक्त हफ्तों की सैलरी दी जाएगी। उन्हें 21 नवंबर तक का नॉन-वर्किंग नोटिस पीरियड भी मिला है ताकि वे कंपनी के अन्य रोल्स के लिए आवेदन कर सकें। Meta की रिक्रूटमेंट टीम भी इन कर्मचारियों की मदद कर रही है।
Meta की नई रणनीति
हाल ही में Meta ने OpenAI, Google DeepMind और Apple जैसी दिग्गज कंपनियों से करोड़ों डॉलर में टॉप AI टैलेंट हायर किया था। अब कंपनी अपनी पुरानी AI यूनिट्स को रीस्ट्रक्चर कर नई दिशा में काम करना चाहती है। वांग ने कहा कि छंटनी के बावजूद Meta का AI प्रोजेक्ट्स में निवेश कम नहीं होगा। कंपनी का लक्ष्य है कि उसकी AI टीम इंडस्ट्री की सबसे स्मार्ट और कुशल टीम बने।
कर्मचारियों की नाराजगी
Meta के इस फैसले से कर्मचारियों में गुस्सा देखने को मिल रहा है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Blind ऐप पर एक कर्मचारी ने लिखा, “कुछ महीनों पहले आए नए कर्मचारियों के चलते, सालों से काम कर रहे लोगों को निकाल दिया गया है।” कई लोगों ने यह भी कहा कि “कंपनियां भूल जाती हैं कि नौकरी सिर्फ एक आंकड़ा नहीं, किसी की पूरी जिंदगी होती है।” सोशल मीडिया पर यह अटकलें भी लगाई जा रही हैं कि Meta अब अपने कुछ कामों को आउटसोर्स करने की तैयारी कर रहा है, जिससे यह संकेत मिलता है कि AI सेक्टर की नौकरियां भी अब पूरी तरह सुरक्षित नहीं रहीं।
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