🕒 Published 2 days ago (1:02 PM)
Meghalaya Honeymoon Murder Case: मेघालय हनीमून मर्डर केस में रोज़ नए खुलासे हो रहे हैं। इंदौर निवासी राजा रघुवंशी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार उसकी पत्नी सोनम रघुवंशी इस वक्त मेघालय पुलिस की रिमांड में है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक सोनम ने न केवल अपने पति की हत्या की साजिश में सक्रिय भूमिका निभाई, बल्कि हत्या के बाद पुलिस को गुमराह करने की भी कोशिश की। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि पूछताछ में सोनम के व्यवहार से साफ झलक रहा है कि उसे अपने पति की हत्या का कोई अफसोस नहीं है।
सोशल मीडिया का किया इस्तेमाल, ताकि शक न हो
जानकारी के मुताबिक हत्या को अंजाम देने के बाद सोनम ने राजा रघुवंशी के सोशल मीडिया अकाउंट से एक पोस्ट किया था। इसका मकसद पुलिस को भ्रमित करना और खुद पर से शक हटाना था। सोनम ने इस पोस्ट के जरिए यह दिखाने की कोशिश की कि राजा जिंदा है और सामान्य स्थिति में है।
पुलिस को गुमराह करने की कोशिश
शुरुआती पूछताछ में सोनम ने बार-बार पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। हालांकि SIT ने जब उससे सबूतों के आधार पर सख्ती से सवाल किए तो उसने जुर्म कबूल कर लिया। सोनम ने स्वीकार किया कि वह इस हत्या की साजिश में शामिल थी और योजना पहले से तैयार की गई थी।
पुलिस की जांच लव ट्रायंगल तक सीमित नहीं
मेघालय पुलिस इस मामले की जांच सिर्फ लव ट्रायंगल तक सीमित नहीं रख रही, बल्कि अन्य संभावित कारणों की भी जांच की जा रही है। पुलिस का मानना है कि अगर इस मामले से जुड़ी कोई और परतें हैं तो उन्हें सामने लाना बेहद ज़रूरी है।
आमने-सामने होगी सोनम और राज कुशवाहा से पूछताछ
मामले में एक अन्य मुख्य आरोपी राज कुशवाहा से भी पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस की योजना है कि दोनों आरोपियों—सोनम और राज—को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की जाए। यदि दोनों के बयानों में विरोधाभास पाया गया, तो यह जांच के लिए अहम सुराग हो सकता है। साथ ही, राजा रघुवंशी के परिजनों के बयान भी लिए जाएंगे।
कितने पैसों में कराई गई हत्या?
पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस हत्या को अंजाम देने के लिए किन लोगों को कितना पैसा दिया गया और रकम किसने दी। पुलिस के अनुसार हत्या में शामिल शूटरों को हायर किया गया था और यह भी जांच का हिस्सा है कि भुगतान कब और किसके माध्यम से हुआ।
मोबाइल फोन और सिम से जुड़ी कड़ियां
इस पूरी साजिश में मोबाइल फोन और सिम कार्ड की भूमिका भी अहम मानी जा रही है। पुलिस ने बताया कि वारदात के समय सोनम के पास दो मोबाइल फोन थे, लेकिन अब तक वे बरामद नहीं हुए हैं। जबकि बाकी चार आरोपियों के फोन मिल चुके हैं। इस मामले में कई सिम कार्ड का इस्तेमाल किया गया था—कुछ सिम मिल चुके हैं जबकि कुछ की तलाश जारी है। साथ ही यह भी सामने आया है कि राज ने खुद सोनम को दो मोबाइल फोन देकर शिलांग भेजा था।
केस की अगली कड़ियों पर टिकी निगाहें
इस हनीमून मर्डर केस ने पूरे देश का ध्यान खींचा है। सोनम और उसके साथियों की भूमिका, साजिश की गहराई और हत्या के पीछे की मंशा को लेकर मेघालय पुलिस हर पहलू पर बारीकी से जांच कर रही है। आने वाले दिनों में इस केस से जुड़े और भी अहम खुलासे सामने आ सकते हैं।