🕒 Published 1 month ago (7:39 AM)

नई दिल्ली: भारतीय सेना की ओर से हाल ही में चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में कई आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया गया। इस कार्रवाई में मोस्ट वांटेड आतंकी मसूद अजहर के परिवार के 14 सदस्य मारे गए। जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर ने इस घटना के बाद एक पत्र जारी कर गहरा शोक व्यक्त किया और लिखा, “दिल चाहता है, काश मैं भी इस हमले में मारा जाता।”
भारतीय वायुसेना ने बहावलपुर में किए गए हमले में अजहर की बहन को भी निशाना बनाया, जो मौके पर ही मारी गई। इसके अलावा अजहर के कई रिश्तेदार और करीबी सहयोगी भी इन हमलों में मारे गए हैं। भारत की कार्रवाई बहावलपुर, मुजफ्फराबाद, मुरीदके, सियालकोट और कोटली जैसे इलाकों में केंद्रित थी।
जैश-ए-मोहम्मद की तरफ से जारी बयान के अनुसार मसूद अजहर की बहन, मौलाना कशफ का पूरा परिवार, मुफ्ती अब्दुल रऊफ के पोते-पोतियां, और उनकी सबसे बड़ी बेटी के चार बच्चे इस हमले में जान गंवा बैठे। कई महिलाएं और बच्चे घायल भी हुए हैं। बताया गया है कि मृतकों का अंतिम संस्कार आज ही बहावलपुर में किया जाएगा।
बीबीसी उर्दू की रिपोर्ट के मुताबिक, मसूद अजहर का एक करीबी सहयोगी, उसकी मां और दो अन्य सहयोगी भी भारतीय हमलों में मारे गए हैं। सुभान अल्लाह परिसर, जहां जैश-ए-मोहम्मद का प्रशिक्षण केंद्र था, उसे भी ऑपरेशन के दौरान निशाना बनाया गया।
सेना की ओर से ऑपरेशन के सबूत भी सार्वजनिक किए गए। कर्नल सोफिया कुरैशी ने जानकारी देते हुए कहा कि वीडियो फुटेज में मुरिदके समेत उन सभी ठिकानों की तस्वीरें हैं, जिन्हें नष्ट किया गया। मुरिदके वही स्थान है जहां 2008 के मुंबई हमलों में शामिल अजमल कसाब और डेविड हेडली को प्रशिक्षण दिया गया था।