मार्क कार्नी बने कनाडा के नए PM, ट्रंप के आलोचक; भारत के लिए बड़ी खुशखबरी!

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By Pragati Tomer

मार्क कार्नी बने कनाडा के नए PM, ट्रंप के आलोचक; भारत के लिए बड़ी खुशखबरी!

कनाडा में हाल ही में एक बड़ा राजनीतिक बदलाव देखने को मिला है, जहां मार्क कार्नी बने कनाडा के नए PM। उन्होंने जस्टिन ट्रूडो की जगह ली है, जिन्हें लिबरल पार्टी के नेता पद से विदाई मिल गई। यह खबर सिर्फ कनाडा के लिए ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी महत्वपूर्ण है, खासकर भारत के लिए। कार्नी के चयन से कनाडा-भारत संबंधों में नई संभावनाएं बन रही हैं।

मार्क कार्नी बने कनाडा के नए PM: कौन हैं मार्क कार्नी?

मार्क कार्नी बने कनाडा के नए PM के रूप में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक नया नाम उभरकर सामने आया है, जो पहले से ही अर्थशास्त्र और वित्त के क्षेत्र में अपनी पहचान बना चुके हैं। नॉर्थवेस्ट टेरिटरीज, कनाडा में जन्मे मार्क कार्नी का बचपन एडमंटन में बीता। उन्होंने अपनी शिक्षा का महत्वपूर्ण हिस्सा हार्वर्ड यूनिवर्सिटी और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पूरा किया है।

कार्नी की सबसे बड़ी उपलब्धि तब मानी जाती है जब उन्हें साल 2008 में बैंक ऑफ कनाडा का गवर्नर नियुक्त किया गया। उनकी आर्थिक नीतियों और नेतृत्व की काबिलियत के कारण उन्हें साल 2010 में TIME मैगजीन ने विश्व के 25 सबसे प्रभावशाली नेताओं में शुमार किया था। इसके बाद, 2012 में उन्हें यूरोमनी मैगजीन ने ‘सेंट्रल बैंक गवर्नर ऑफ द ईयर’ का खिताब भी दिया।

मार्क कार्नी बने कनाडा के नए PM: आर्थिक दृष्टिकोण से एक मजबूत नेता

मार्क कार्नी बने कनाडा के नए PM के रूप में उनकी भूमिका सिर्फ राजनीतिक नहीं होगी, बल्कि आर्थिक दृष्टिकोण से भी बहुत महत्वपूर्ण होगी। कार्नी पहले बैंक ऑफ इंग्लैंड और बैंक ऑफ कनाडा के गवर्नर रह चुके हैं। उनकी आर्थिक समझ और अनुभव ने उन्हें इस पद के लिए सबसे योग्य उम्मीदवार बनाया। उनका अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक संस्थानों में भी बड़ा योगदान रहा है।

हाल ही में उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के जलवायु कार्रवाई और वित्त पर विशेष दूत के रूप में भी अपनी सेवाएं दी हैं। इससे स्पष्ट है कि मार्क कार्नी बने कनाडा के नए PM के रूप में न केवल कनाडा के आर्थिक विकास को गति देंगे, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

भारत के लिए बड़ी खुशखबरी: क्यों महत्वपूर्ण हैं मार्क कार्नी का चयन?

भारत और कनाडा के बीच व्यापारिक संबंधों में हमेशा से स्थिरता रही है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में इन संबंधों को और मजबूत बनाने की जरूरत महसूस की जा रही थी। मार्क कार्नी बने कनाडा के नए PM का चयन भारत के लिए इसलिए खुशखबरी है क्योंकि कार्नी भारत के आर्थिक और व्यापारिक संबंधों को बेहतर बनाने के पक्षधर माने जाते हैं।

कार्नी की वैश्विक दृष्टि और उनके अनुभव से भारत को कनाडा के साथ अपने व्यापारिक संबंधों को नए आयाम देने का अवसर मिलेगा। विशेषकर टेक्नोलॉजी, कृषि और शिक्षा के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ने की संभावनाएं हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मार्क कार्नी के बीच एक मजबूत साझेदारी का निर्माण हो सकता है, जिससे दोनों देशों के आर्थिक और सांस्कृतिक संबंध और प्रगाढ़ होंगे।

मार्क कार्नी बने कनाडा के नए PM

मार्क कार्नी बने कनाडा के नए PM: ट्रंप के आलोचक, लेकिन कूटनीतिक संतुलन बनाए रखने में माहिर

कार्नी को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों के आलोचक के रूप में जाना जाता है। हालांकि, वह हमेशा ट्रंप की नीतियों का खुलकर विरोध नहीं करते, लेकिन उनके विचारों में ट्रंप की नीतियों के खिलाफ एक संतुलित दृष्टिकोण रहा है। मार्क कार्नी बने कनाडा के नए PM के रूप में यह देखना दिलचस्प होगा कि वह अमेरिका के साथ कनाडा के संबंधों को किस दिशा में ले जाते हैं।

भारत के लिए यह खास मायने रखता है क्योंकि ट्रंप प्रशासन के दौरान भारत और अमेरिका के बीच कुछ तनावपूर्ण मुद्दे उभरे थे, खासकर व्यापार और वीजा नीतियों को लेकर। मार्क कार्नी के नेतृत्व में कनाडा और भारत के बीच व्यापारिक संबंधों में सुधार की उम्मीद की जा सकती है, जो भारत के लिए निश्चित रूप से एक सकारात्मक संकेत है।

मार्क कार्नी बने कनाडा के नए PM: जलवायु परिवर्तन और वित्तीय सुधारों पर जोर

मार्क कार्नी का नाम न केवल वित्तीय सुधारों के लिए जाना जाता है, बल्कि जलवायु परिवर्तन पर उनकी सोच और कार्य भी बहुत महत्वपूर्ण रहे हैं। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में जलवायु परिवर्तन के लिए विशेष दूत के रूप में कार्य किया है, और वह इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करते हैं।

यह भारत के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि भारत और कनाडा दोनों ही देश जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देने के पक्षधर हैं। मार्क कार्नी बने कनाडा के नए PM के रूप में जलवायु परिवर्तन पर उनका रुख दोनों देशों के बीच इस मुद्दे पर और भी निकटता ला सकता है। भारत और कनाडा साथ मिलकर इस चुनौती का समाधान खोजने के लिए नए प्रयास कर सकते हैं।

भारत-कनाडा व्यापारिक संबंधों में नई ऊर्जा

मार्क कार्नी बने कनाडा के नए PM के साथ भारत-कनाडा के व्यापारिक संबंधों में नई ऊर्जा आने की पूरी संभावना है। दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध पहले से मजबूत हैं, लेकिन कार्नी के नेतृत्व में इस संबंध को और भी ऊंचाइयों पर ले जाया जा सकता है।

कृषि, शिक्षा, टेक्नोलॉजी, और स्टार्टअप्स के क्षेत्र में भारत और कनाडा के बीच सहयोग बढ़ने की संभावना है। भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था और कनाडा की मजबूत आर्थिक स्थिति दोनों देशों के लिए फायदे की स्थिति उत्पन्न कर सकती है।

निष्कर्ष

मार्क कार्नी बने कनाडा के नए PM के रूप में यह एक नया और महत्वपूर्ण अध्याय है। उनके नेतृत्व में कनाडा का भविष्य आर्थिक और सामाजिक दृष्टिकोण से मजबूत होता नजर आ रहा है। भारत के लिए यह एक बड़ी खुशखबरी है, क्योंकि दोनों देशों के बीच व्यापार, जलवायु, और कूटनीतिक संबंधों में सकारात्मक बदलाव की उम्मीद की जा रही है।

मार्क कार्नी की अनुभव और दूरदर्शी दृष्टिकोण से कनाडा के साथ भारत के संबंध और भी प्रगाढ़ होंगे, जिससे दोनों देशों को वैश्विक मंच पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर मिलेगा। मार्क कार्नी बने कनाडा के नए PM से भारत-कनाडा संबंधों में नई संभावनाओं का उदय होगा।

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