लेह: लेह पुलिस ने सोशल एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक को लेह हिंसा मामले में गिरफ्तार कर लिया है। हिंसक झड़पों में चार युवकों की मौत और करीब 90 लोग घायल हुए थे। हिंसा के दौरान सार्वजनिक संपत्ति को भी भारी नुकसान हुआ। गिरफ्तारी से पहले वांगचुक ने कहा था कि उनका जेल में रहना सरकार के लिए उनकी आजादी से ज्यादा समस्याएं पैदा कर सकता है। उन्होंने गृह मंत्रालय द्वारा उन्हें हिंसक प्रदर्शन के लिए जिम्मेदार ठहराए जाने को “बलि का बकरा बनाने की रणनीति” बताया था।
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वांगचुक के NGO का FCRA रद्द, मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप
गृह मंत्रालय ने वांगचुक के NGO का FCRA रद्द कर दिया है, जिससे यह NGO अब विदेश से कोई दान नहीं ले सकता। जांच में वित्तीय अनियमितताओं के सबूत मिले थे, जिसके चलते फॉरेन कंट्रीब्यूशन पर रोक लगाई गई। NGO को 20 अगस्त को नोटिस जारी किया गया था, लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर यह कार्रवाई की गई। इसके साथ ही वांगचुक पर मनी लॉन्ड्रिंग के भी आरोप लगे हैं।
सुरक्षा स्थिति और प्रशासनिक कदम
गृह मंत्रालय की टीम ने लेह में कर्फ्यू और समग्र सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। अधिकारीयों के मुताबिक, सुरक्षा स्थिति कुल मिलाकर शांतिपूर्ण है। झड़पों के बाद 50 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया। स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थान दो दिनों के लिए बंद रखे गए हैं, साथ ही आंगनवाड़ी केंद्र भी बंद रहेंगे। प्रशासन ने राशन, दूध और सब्जियों की आपूर्ति बनाए रखने के लिए जरूरी कदम उठाए।
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