🕒 Published 2 months ago (5:52 AM)
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के छात्रू क्षेत्र में सुरक्षाबलों ने आतंक के खिलाफ बड़ी सफलता दर्ज की है। नौ अप्रैल से जारी सर्च एंड डिस्ट्रॉय ऑपरेशन के तहत सुरक्षाबलों ने तीन खूंखार आतंकवादियों को मार गिराया है, जिन पर 5-5 लाख रुपये का इनाम घोषित था। मारे गए आतंकियों में जैश-ए-मोहम्मद का कमांडर सैफुल्लाह भी शामिल है।
इस अभियान की शुरुआत छात्रू जंगल क्षेत्र में की गई थी। गुरुवार को एक मुठभेड़ में एक आतंकी ढेर हुआ, जबकि शुक्रवार को दो और आतंकियों को मार गिराया गया। सेना, पुलिस, CRPF और पैरा कमांडोज़ के संयुक्त ऑपरेशन में यह बड़ी कामयाबी हासिल हुई है।
भारी मात्रा में हथियार बरामद
मुठभेड़ वाली जगह से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किए गए हैं। यह संकेत हैं कि आतंकी किसी बड़ी साजिश की फिराक में थे। पूरे क्षेत्र में फिलहाल तलाशी अभियान जारी है ताकि कोई आतंकी छिपा न रह जाए।
उधमपुर और किश्तवाड़ में बड़े ऑपरेशन
सुरक्षा एजेंसियों के पास इनपुट थे कि उधमपुर और किश्तवाड़ में सीमा पार से आए आतंकी छिपे हुए हैं। इसी क्रम में बसंतगढ़ में तीन आतंकियों ने एक ग्रामीण के घर में घुसकर खाद्य सामग्री, मोबाइल फैन, बैग, जूते और छाता चुराए थे।
3 अप्रैल को मजालता ब्लॉक में भी आतंकियों ने एक परिवार को बंधक बनाकर उनके मोबाइल फोन छीन लिए थे। इसके बाद सुरक्षा बलों ने इन इलाकों में गहन तलाशी अभियान चलाया।
हीरानगर से शुरू हुई आतंकी गतिविधियां
23 मार्च को हीरानगर के सानियाल क्षेत्र में आतंकियों की पहली मौजूदगी देखी गई। 27 मार्च को सूफैन के जंगलों में मुठभेड़ में दो आतंकी मारे गए लेकिन इस दौरान चार पुलिसकर्मी शहीद हो गए।
पाकिस्तानी सेना का सीजफायर उल्लंघन
इस बीच, आतंकियों की घुसपैठ को कवर देने के लिए पाकिस्तानी सेना ने अखनूर सेक्टर में सीजफायर तोड़ा। इस गोलीबारी में एक JCO गंभीर रूप से घायल हो गए थे और बाद में उनकी मृत्यु हो गई।
हाईवे पर सुरक्षा कड़ी
सेना ने जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय राजमार्ग 44 (NH-44) पर सुरक्षा और कड़ी कर दी है। मोबाइल वाहन चेक पोस्ट (MVCP) के ज़रिए संदिग्धों की जांच की जा रही है ताकि आतंकियों की आवाजाही और हथियार तस्करी को रोका जा सके।