🕒 Published 1 month ago (2:24 PM)
गुजरात में शराबबंदी कानून के बावजूद पुलिस विभाग की छवि को धक्का पहुंचाने वाली दो शर्मनाक घटनाएं सामने आई हैं। एक ओर एक पुलिसकर्मी नशे की हालत में कार के अंदर बेहोशी की हालत में मिला, तो दूसरी ओर एक और पुलिसकर्मी को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
कार में नशे में धुत मिला पुलिसकर्मी
पहली घटना शरीबा इलाके की है, जहां एक पुलिसकर्मी शराब के नशे में धुत होकर कार में बेहोश पाया गया। वायरल वीडियो में वह ड्राइविंग सीट पर बैठा नजर आ रहा है और उसकी हालत नशे की वजह से बेहद खराब थी। कार रास्ते में खड़ी होने के कारण सड़क पर जाम लग गया। स्थानीय लोगों ने कार को धक्का देकर सड़क किनारे किया और पूरी घटना का वीडियो बना लिया। बताया जा रहा है कि यह पुलिसकर्मी इदर थाने में तैनात है। उसके ऊपर तेज रफ्तार से नशे में गाड़ी चलाने का भी आरोप है।
ACB ने पकड़ा रिश्वत लेते पुलिसकर्मी
दूसरी घटना शुक्रवार को खेडब्रह्मा थाने की है, जहां ड्यूटी पर तैनात एक पुलिसकर्मी को एसीबी ने रिश्वत लेते हुए पकड़ा। शिकायतकर्ता ने बताया कि वह पहले शराब तस्करी में लिप्त था लेकिन नवंबर 2024 में यह काम बंद कर दिया। उस दौरान पकड़ी गई उसकी तीन एक्टिवा और दो सहयोगियों को लेकर वह कोर्ट से जुर्माना भर चुका था, मगर थाने से उसे वाहन नहीं लौटाए जा रहे थे। पुलिसकर्मी लगातार उससे पैसे की मांग कर रहा था। पीड़ित ने इसकी शिकायत पहले इंस्पेक्टर से की, लेकिन कोई कार्रवाई न होने पर वह ACB के पास गया।
एसीबी ने योजना बनाकर पुलिसकर्मी को रिश्वत की रकम लेते समय रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। घटना से पूरे विभाग में हड़कंप मच गया है।
छवि पर सवाल
गुजरात में शराबबंदी सख्ती से लागू है, लेकिन इन दो घटनाओं ने पुलिस तंत्र की कार्यप्रणाली और ईमानदारी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि सरकार और विभाग इन मामलों में क्या सख्त कदम उठाते हैं।