Lifestyle Stores:मानसून में पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने वाले 5 असरदार योगासन, कब्ज और गैस से दिलाएंगे राहत

By Hindustan Uday

🕒 Published 4 weeks ago (8:23 AM)

मानसून में क्यों बिगड़ता है पाचन तंत्र

डेस्क। बरसात का मौसम जहां गर्मी से राहत लाता है, वहीं इस मौसम में ह्यूमिडिटी और तापमान में उतार-चढ़ाव की वजह से पाचन से जुड़ी समस्याएं बढ़ जाती हैं। अपच, गैस, एसिडिटी और कब्ज जैसी शिकायतें आम हो जाती हैं। ऐसे में योगासन एक सरल और प्रभावी उपाय साबित हो सकते हैं।

योग से कैसे सुधरता है पाचन तंत्र

योगासन न केवल शरीर को लचीला बनाते हैं, बल्कि आंतरिक अंगों की कार्यक्षमता को भी बढ़ाते हैं। इससे मेटाबोलिज्म सुधरता है और भोजन पचाने की प्रक्रिया अधिक सक्रिय होती है। आयुष मंत्रालय भी कुछ विशेष योगासनों को मानसून में फायदेमंद मानता है।

पादहस्तासन – पेट की मालिश करने वाला आसान

 

पादहस्तासन पेट की मांसपेशियों पर सीधा प्रभाव डालता है और पाचन क्रिया को सक्रिय करता है। इस आसन को करते समय शरीर को आगे की ओर झुकाया जाता है, जिससे पेट के अंगों पर हल्का दबाव पड़ता है और अपच जैसी समस्याओं से राहत मिलती है।

वज्रासन – खाना खाने के बाद भी किया जा सकने वाला योगासन

वज्रासन एक ऐसा योग है जिसे भोजन के तुरंत बाद भी किया जा सकता है। यह गैस, अपच और पेट फूलने की समस्याओं में लाभकारी है। इस आसान मुद्रा को अपनाना बेहद सरल है और कुछ ही मिनटों में असर नजर आने लगता है।

सेतुबंधासन – पाचन के साथ तनाव से भी राहत

ब्रिज पोज यानी सेतुबंधासन पाचन तंत्र के साथ-साथ मानसिक तनाव को भी कम करता है। यह आसन रीढ़ की हड्डी को संतुलन देता है और आंतरिक अंगों को सक्रिय करता है। इसका नियमित अभ्यास पाचन को बेहतर करता है।

त्रिकोणासन – कब्ज से राहत पाने का सरल उपाय

त्रिकोणासन से शरीर की मांसपेशियां खिंचती हैं और पेट के अंगों में गति आती है। यह आसन आंतों की गतिविधि को तेज करता है और कब्ज की समस्या में राहत देता है। दोनों ओर इस आसन को दोहराने से पूरे शरीर को लाभ मिलता है।

उष्ट्रासन – आंतरिक अंगों को करता है मजबूत

कैमल पोज के नाम से पहचाने जाने वाला उष्ट्रासन पाचन से जुड़े अंगों को मजबूत करता है। इस आसन से पेट की मांसपेशियां खिंचती हैं और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। इससे गैस और एसिडिटी की समस्या में राहत मिलती है।

योग शुरू करने से पहले ये बात जरूर याद रखें

हालांकि इन योगासनों का नियमित अभ्यास पाचन को दुरुस्त रखने में मददगार है, लेकिन किसी भी आसन को करने से पहले योग प्रशिक्षक से मार्गदर्शन लेना जरूरी है। सही मुद्रा में किया गया योग ही शरीर को लाभ पहुंचाता है, वरना गलत तरीके से अभ्यास करने पर नुकसान भी हो सकता है।

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