Home » Blogs » खेलो इंडिया पैरा गेम्स: जसप्रीत कौर ने 101 किग्रा भार उठाकर तोड़ा अपना ही नेशनल रिकॉर्ड, शीतल देवी ने तीरंदाजी में जीता गोल्ड

खेलो इंडिया पैरा गेम्स: जसप्रीत कौर ने 101 किग्रा भार उठाकर तोड़ा अपना ही नेशनल रिकॉर्ड, शीतल देवी ने तीरंदाजी में जीता गोल्ड

पंजाब की पावरलिफ्टर जसप्रीत कौर ने खेलो इंडिया पैरा गेम्स (KIPG) के चौथे दिन शानदार प्रदर्शन किया और 45 किग्रा भार वर्ग में अपना ही नेशनल रिकॉर्ड तोड़ते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया। कौर ने 101 किग्रा भार उठाकर नया रिकॉर्ड कायम किया, जिससे वह इस साल केआईपीजी में रिकॉर्ड तोड़ने वाली पहली एथलीट बन गईं। इससे पहले, 2023 में हुए संस्करण में उन्होंने 100 किग्रा भार उठाकर रिकॉर्ड बनाया था और गोल्ड जीता था।

पुरुष वर्ग में मनीष ने किया शानदार प्रदर्शन

पुरुषों की 54 किग्रा भारवर्ग में मनीष ने भी जबरदस्त ताकत का प्रदर्शन करते हुए 166 किग्रा वजन उठाकर नया नेशनल रिकॉर्ड स्थापित किया। उनके इस प्रदर्शन ने पूरे टूर्नामेंट में रोमांच बढ़ा दिया और दर्शकों को उत्साहित कर दिया।

तमिलनाडु और हरियाणा संयुक्त रूप से शीर्ष पर

रविवार तक 132 गोल्ड मेडल जीते जा चुके हैं। तमिलनाडु और हरियाणा ने 24-24 गोल्ड मेडल जीतकर संयुक्त रूप से पहला स्थान हासिल किया है, जबकि राजस्थान और उत्तर प्रदेश 17 और 16 गोल्ड के साथ दूसरे स्थान पर हैं।

 

जसप्रीत कौर की सफलता की कहानी

31 वर्षीय जसप्रीत कौर ने अपने शानदार प्रदर्शन पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि वह खुद को लगातार बेहतर साबित करना चाहती थीं। उन्होंने 2022 में राष्ट्रीय स्तर पर डेब्यू किया था और तब से अब तक 16 किग्रा अधिक भार उठाने की उपलब्धि हासिल की है। यह सफर उनके लिए आसान नहीं था। कौर ने न केवल कड़ी ट्रेनिंग की बल्कि नई तकनीकों को भी अपनाया और अपने आहार में बदलाव कर फिटनेस पर विशेष ध्यान दिया।

उनकी सबसे बड़ी चुनौती मानसिक तनाव से निपटना था। तीन साल की उम्र में पोलियो का शिकार होने के बाद उन्हें यह समझने में समय लगा कि ताकत और मांसपेशियों को विकसित करने में समय लगता है। लगातार मेहनत और समर्पण के चलते उन्होंने तीन वर्षों में यह मुकाम हासिल किया।

शीतल देवी ने तीरंदाजी मुकाबले में पायल नाग को हराकर गोल्ड मेडल जीता

जम्मू-कश्मीर की शीतल देवी, जो बिना हाथों के तीरंदाजी करती हैं और पैरा ओलंपिक पदक विजेता भी हैं, ने ओडिशा की पायल नाग को हराकर गोल्ड मेडल जीता। जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में हुए इस रोमांचक मुकाबले में शीतल ने 109-103 के स्कोर से जीत दर्ज की।

इसके अलावा, राकेश कुमार (40 वर्ष) और ज्योति बालियान (30 वर्ष) ने भी अपने-अपने मुकाबलों में गोल्ड मेडल जीतकर शानदार प्रदर्शन किया।

निष्कर्ष

खेलो इंडिया पैरा गेम्स 2024 में खिलाड़ियों ने अपनी मेहनत और संघर्ष से खुद को साबित किया है। जसप्रीत कौर और शीतल देवी जैसी एथलीटों की उपलब्धियां देश के पैरा स्पोर्ट्स को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में मदद करेंगी। इन खिलाड़ियों की मेहनत और जज़्बा अन्य युवाओं के लिए भी प्रेरणा बन रहा है।

अधिक जानकारी और ताज़ा ख़बरों के लिए जुड़े रहें hindustanuday.com के साथ।

अगर खबर पसंद आई हो तो इसे शेयर ज़रूर करें!
0Shares
Scroll to Top