🕒 Published 1 month ago (5:00 PM)
बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार की फिल्म ‘केसरी चैप्टर 2’ को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने फिल्म निर्माताओं पर इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश करने का गंभीर आरोप लगाया है। TMC का कहना है कि फिल्म में स्वतंत्रता संग्राम में बंगाल के योगदान को जानबूझकर कमतर दिखाया गया है, जो बंगाली क्रांतिकारियों का अपमान है।
7 निर्माताओं पर FIR
TMC ने इस मामले को लेकर कोलकाता के बिधाननगर साउथ पुलिस स्टेशन में फिल्म के सात निर्माताओं के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। एफआईआर भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत की गई है। पार्टी का आरोप है कि यह एक सुनियोजित साजिश है, जिससे बंगाल के ऐतिहासिक योगदान को मिटाया जा सके।
फिल्म में बताए गए ऐतिहासिक विकृतियां
विवाद का मुख्य कारण फिल्म का वह दृश्य है, जिसमें महान क्रांतिकारी खुदीराम बोस को ‘खुदीराम सिंह’ कहा गया है और बरिंद्र कुमार घोष को ‘बीरेंद्र कुमार’ बता कर उन्हें पंजाब के अमृतसर से दिखाया गया है। TMC नेताओं कुणाल घोष और अरूप चक्रवर्ती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि यह कोई सामान्य गलती नहीं, बल्कि बंगाल के इतिहास को मिटाने की कोशिश है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने फिल्म का नाम लिए बिना कहा कि यह बंगाल के क्रांतिकारियों का अपमान है और इसके पीछे केंद्र सरकार और भाजपा की सांस्कृतिक साजिश है।
फिल्म में और भी ऐतिहासिक गड़बड़ियां
TMC ने यह भी आरोप लगाया कि फिल्म में क्रांतिकारी हेमचंद्र कानूनगो को नजरअंदाज कर दिया गया है और उनके स्थान पर एक काल्पनिक पात्र ‘कृपाल सिंह’ को बम बनाने की ट्रेनिंग देने वाला बताया गया है।
फिल्म की पृष्ठभूमि
‘केसरी चैप्टर 2’ का निर्देशन करण सिंह त्यागी ने किया है और यह फिल्म पुष्पा पलट और रघु पलट की किताब ‘The Case That Shook the Empire’ पर आधारित है। फिल्म में अनन्या पांडे, आर. माधवन और अक्षय कुमार जैसे बड़े कलाकारों ने अभिनय किया है।