🕒 Published 4 months ago (5:53 AM)
कठुआ एनकाउंटर: मासूम बच्ची घायल, 5 खूंखार आतंकियों को सेना ने घेरा – बड़ा खुलासा जल्द? “धुलाई तय है!”
कठुआ एनकाउंटर में हर दिन एक नया मोड़ आ रहा है। जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में शुरू हुए इस मुठभेड़ ने न केवल स्थानीय लोगों को हिलाकर रख दिया, बल्कि सुरक्षा बलों को भी चौकन्ना कर दिया है। खासकर तब, जब मुठभेड़ के दौरान एक मासूम बच्ची घायल हो गई। गोलीबारी के बीच बची हुई उसकी सांसें इस एनकाउंटर की भयावहता को दिखाती हैं। कठुआ एनकाउंटर अब एक ऐसा मुद्दा बन चुका है, जहां हर कोई बड़े खुलासे की उम्मीद कर रहा है। आखिरकार, क्या ये आतंकवादी कोई बड़ा षड्यंत्र रच रहे थे? क्या उनकी ‘धुलाई’ अब तय है?
कठुआ एनकाउंटर: ऑपरेशन की शुरुआत
कठुआ एनकाउंटर की शुरुआत ही एक सर्च ऑपरेशन से हुई। जम्मू-कश्मीर पुलिस और सेना की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) को गुप्त सूचना मिली थी कि कठुआ के हीरानगर इलाके में 4-5 आतंकवादी छिपे हुए हैं। इस सूचना के आधार पर सुरक्षा बलों ने इलाके को चारों ओर से घेर लिया और सर्च ऑपरेशन शुरू किया। इस दौरान आतंकवादियों ने अचानक गोलीबारी शुरू कर दी, और यह सर्च ऑपरेशन एक खतरनाक मुठभेड़ में तब्दील हो गया। इस मुठभेड़ के चलते ही कठुआ एनकाउंटर चर्चा का केंद्र बन गया।
कठुआ एनकाउंटर में मासूम बच्ची घायल
कठुआ एनकाउंटर की गंभीरता तब और बढ़ गई, जब इस दौरान एक मासूम बच्ची गोलीबारी में घायल हो गई। बताया जा रहा है कि बच्ची मुठभेड़ स्थल के पास ही खेल रही थी और अचानक आतंकियों की गोलीबारी की चपेट में आ गई। फौरन उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। इस घटना ने स्थानीय लोगों के बीच दहशत फैला दी है। कठुआ एनकाउंटर में बच्ची का घायल होना एक ऐसा मोड़ है जिसने हर किसी का ध्यान इस मुठभेड़ पर केंद्रित कर दिया है।
5 खूंखार आतंकियों की घेराबंदी – ‘धुलाई तय है’
कठुआ एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने 4-5 आतंकियों को घेर रखा है। सूत्रों के मुताबिक, ये आतंकवादी घुसपैठ के जरिए भारत में दाखिल हुए थे और अब सुरक्षाबलों की घेरेबंदी में फंस चुके हैं। भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इन आतंकियों को चारों ओर से घेर लिया है और अब ये आतंकी अपनी आखिरी सांसे गिन रहे हैं। सेना की ओर से यह साफ कर दिया गया है कि इनकी ‘धुलाई’ अब तय है। कठुआ एनकाउंटर में जिस तरह से सेना ने मोर्चा संभाला है, उससे ये साफ है कि आतंकियों का अंत निकट है।
डीजीपी के दौरे ने बढ़ाई गंभीरता
इस कठुआ एनकाउंटर की गंभीरता तब और बढ़ गई, जब जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी भी घटनास्थल पर पहुंचने वाले हैं। डीजीपी के दौरे से यह साफ होता है कि यह मुठभेड़ बेहद संवेदनशील है और इसमें कुछ बड़े खुलासे हो सकते हैं। डीजीपी के आने से यह संकेत मिल रहे हैं कि कठुआ एनकाउंटर के बाद कई महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आ सकती हैं, जो आतंकियों के नेटवर्क को बेनकाब कर सकती हैं।
कठुआ एनकाउंटर: आतंकियों की रणनीति का पर्दाफाश
कठुआ एनकाउंटर ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि ये आतंकवादी आखिर यहां क्या करने आए थे? क्या इनका कोई बड़ा षड्यंत्र था, या फिर ये घुसपैठ कर भारतीय सुरक्षा तंत्र को भेदने की कोशिश कर रहे थे? सूत्रों का मानना है कि इन आतंकियों का निशाना स्थानीय सुरक्षा चौकियों पर हमला कर दहशत फैलाना था। कठुआ एनकाउंटर के बाद अब यह सवाल उठता है कि क्या इन आतंकियों का कोई और बड़ा ग्रुप भी इलाके में सक्रिय है? क्या इनके पीछे कोई बड़ी साजिश है, जिसे सुरक्षा बलों ने वक्त रहते नाकाम कर दिया है?
स्थानीय लोगों में दहशत, पर सेना पर भरोसा
कठुआ एनकाउंटर के बाद से स्थानीय लोगों में काफी दहशत फैल गई है। लोगों का कहना है कि उन्होंने पहले कभी इतनी भयंकर मुठभेड़ नहीं देखी थी। लेकिन इसके बावजूद, स्थानीय लोग सेना और सुरक्षा बलों पर पूरा भरोसा जता रहे हैं। उनका कहना है कि सेना जिस तरह से कठुआ एनकाउंटर में आतंकियों का सफाया कर रही है, उससे आतंकवादियों के हौसले पस्त होंगे। कठुआ एनकाउंटर में सुरक्षा बलों की मुस्तैदी और वीरता की तारीफ चारों ओर हो रही है।
आतंकियों की ‘धुलाई’ का इंतजार
कठुआ एनकाउंटर ने सभी की निगाहें इस ओर खींच ली हैं। हर कोई इंतजार कर रहा है कि आखिर ये मुठभेड़ कब खत्म होगी और आतंकियों का सफाया कब होगा। सेना और पुलिस का दावा है कि आतंकियों की ‘धुलाई’ जल्द होगी और वे उनके चंगुल से बच नहीं पाएंगे। कठुआ एनकाउंटर ने यह साफ कर दिया है कि आतंकियों के लिए अब भारत में कोई जगह नहीं बची है।
कठुआ एनकाउंटर: बड़े खुलासे की उम्मीद
कठुआ एनकाउंटर के बाद अब हर कोई बड़े खुलासे की उम्मीद कर रहा है। इस मुठभेड़ ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या ये आतंकी किसी बड़े मिशन पर थे? क्या इनके पीछे कोई अंतर्राष्ट्रीय साजिश थी? या फिर ये सिर्फ घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे? आने वाले दिनों में इन सवालों के जवाब सामने आ सकते हैं। सेना और पुलिस की ओर से इस बात की पुष्टि की गई है कि कठुआ एनकाउंटर के बाद बड़े खुलासे हो सकते हैं।
निष्कर्ष
कठुआ एनकाउंटर ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की जंग को एक नया मोड़ दिया है। इस मुठभेड़ ने यह साबित कर दिया है कि आतंकवादी चाहे जितनी भी कोशिश कर लें, लेकिन भारतीय सुरक्षा बलों के सामने उनकी कोई चाल कामयाब नहीं हो सकती। मासूम बच्ची का घायल होना इस मुठभेड़ की दर्दनाक सच्चाई को बयां करता है, लेकिन इस घटना ने आतंकवादियों के खात्मे की दिशा में सुरक्षा बलों को और सशक्त बना दिया है। कठुआ एनकाउंटर के बाद अब हर कोई उस बड़े खुलासे का इंतजार कर रहा है, जो इस मुठभेड़ के अंत में हो सकता है।
कठुआ एनकाउंटर ने एक बार फिर साबित कर दिया कि आतंकवादियों का कोई भी मंसूबा अब सफल नहीं हो सकता।
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