🕒 Published 2 months ago (1:22 PM)
कश्मीर घाटी एक बार फिर आतंक की आग में जल उठी है। मंगलवार को अनंतनाग जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बैसरन में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। आतंकियों ने महिलाओं, बुजुर्गों और सैलानियों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं, जिसमें अब तक 28 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।
हमले के बाद देश का नेतृत्व भी तुरंत हरकत में आया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सऊदी अरब यात्रा बीच में छोड़ने का फैसला किया है और दिल्ली लौट रहे हैं। वहीं, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी मंगलवार को ही श्रीनगर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। खबर है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी पेरू यात्रा बीच में रोक दी है और भारत लौट रही हैं।
हमला ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ कहे जाने वाले बैसरन में हुआ, जहां बड़ी संख्या में सैलानी घूमने आए थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, सेना की वर्दी पहने दो से तीन आतंकी अचानक वहां पहुंचे और बिना किसी चेतावनी के गोलीबारी शुरू कर दी। हमले के बाद बैसरन में चीख-पुकार मच गई और लोग इधर-उधर भागने लगे।
गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर पहुंचते ही राजभवन में उच्च स्तरीय बैठक बुलाई, जिसमें जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, खुफिया ब्यूरो के प्रमुख तपन डेका और जम्मू-कश्मीर पुलिस प्रमुख नलिन प्रभात मौजूद थे। शाह ने सेना, सीआरपीएफ और पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर सुरक्षा हालात की समीक्षा की।
संभावना जताई जा रही है कि प्रधानमंत्री मोदी दिल्ली लौटने के बाद कैबिनेट की आपात बैठक बुला सकते हैं। इस हमले ने घाटी की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।