🕒 Published 3 weeks ago (7:20 PM)
अभिनेता से नेता बने कमल हासन अब राज्यसभा का रुख करेंगे। DMK ने मक्कल नीधि मय्यम (MNM) को एक राज्यसभा सीट दी है, जिसके बाद MNM ने हासन को राज्यसभा उम्मीदवार घोषित किया है। DMK और MNM के बीच यह पहले से तय समझौता था, जो अब औपचारिक रूप से सामने आ गया है।
MNM नेता मुरली अप्पास ने पुष्टि करते हुए कहा, “हमने कमल हासन को पार्टी की ओर से राज्यसभा भेजने का प्रस्ताव पास कर लिया है।” राज्यसभा के चुनाव 19 जून को होंगे।
DMK गठबंधन की मजबूत स्थिति
तमिलनाडु विधानसभा की 234 सीटों में से DMK गठबंधन के पास कुल 158 विधायक हैं, जिनमें DMK के 133, कांग्रेस के 17, VCK के 4 और CPI एवं CPM के 2-2 विधायक शामिल हैं। राज्यसभा में जीत के लिए 34 विधायकों का समर्थन जरूरी होता है, जिससे DMK गठबंधन को 4 सीटें आसानी से मिलने की संभावना है।
DMK के अन्य तीन उम्मीदवार
DMK ने अपने तीन अन्य प्रत्याशियों की घोषणा की है:
- पी. विल्सन – सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील और वर्तमान राज्यसभा सांसद।
- एस.आर. शिवलिंगम – पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता।
- रुकैया मलिक उर्फ कविग्नर सलमा – प्रसिद्ध तमिल लेखिका और कवयित्री, जो महिलाओं और सामाजिक मुद्दों पर लिखने के लिए जानी जाती हैं।
DMK-MNM गठबंधन की पृष्ठभूमि
कमल हासन ने 2018 में मक्कल नीधि मय्यम की स्थापना की थी। 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने खुद चुनाव नहीं लड़ा, बल्कि DMK के नेतृत्व वाले INDIA गठबंधन के लिए प्रचार किया। बदले में DMK ने उन्हें राज्यसभा भेजने का वादा किया था। MNM को 2021 के विधानसभा चुनाव में 2.62% वोट मिले थे।
कन्नड़ भाषा पर बयान से उठा विवाद
कमल हासन की राज्यसभा उम्मीदवारी की घोषणा के साथ ही एक नया विवाद भी सामने आ गया है। उन्होंने हाल ही में एक बयान में कहा था कि “कन्नड़ भाषा की जड़ें तमिल में हैं”। इस पर कर्नाटक बीजेपी अध्यक्ष विजयेंद्र येदियुरप्पा ने कड़ी आपत्ति जताई है और हासन से बिना शर्त माफी मांगने को कहा है।
येदियुरप्पा ने लिखा, “कमल हासन ने कन्नड़ फिल्मों से प्रसिद्धि पाई, लेकिन अब वही कृतघ्नता और घमंड दिखा रहे हैं। ये कन्नड़ समुदाय का अपमान है।”