Categories: Blog

jyeshtha purnima 2025: वट सावित्री व्रत क्यों मनाया जाता है? इस पौराणिक कथा के बारे में जरूर पढ़ें

आज है पूर्णमासी ज्येष्ठ की। आज के दिन गंगा स्नान के साथ वट सावित्री और सत्यनारायण व्रत और पूजा  का भी विशेष महत्व है । इस बार ज्येष्ठ पूर्णमासी 10 और 11 जून दोनों ही दिन मनाई जा रही है। वट सावित्री का व्रत सुहागिनें अपने पति की लंबी आयु के लिए रखती हैं। इस व्रत में सत्यवान सावित्री की कथा का श्रवण जरूर किया जाता है कहा जाता है कि यह कथा सुनने के बाद ही  पूजा पूरी मानी जाती है।

jyeshtha purnima 2025

पुत्र प्राप्ति के लिए भगवान सत्यनारायण व्रत

पूर्णमासी का व्रत भगवान सत्यनारायण की पूजा का भी है। उत्तर भारत में दोनों व्रतों का बहुत महत्व है। वट सावित्री का व्रत ज्येष्ठ अमावस्या को भी रखा जाता है। यूं तो सत्यनारायण का व्रत सभी कार्यों के मंगल के लिए रखा जाता है लेकिन विशेषकर व्रत को महिलाएं पुत्र प्राप्ति के लिए रखती हैं।

वट सावित्री के व्रत की कथा

वट सावित्री के व्रत की कथा कुछ इस प्रकार है। लोक कथाओं के अनुसार मद्र देश का एक राजा था जिसका नाम अश्वपति था वह बहुत ही धर्मात्मा था लेकिन कोई संतान नहीं थी । संतान प्राप्ति  हेतू राजा निरंतर हवन यज्ञ और पूजा पाठ करवाता रहता था। इन सभी शुभ कार्यों के प्रभाव से राजा के घर एक कन्या ने जन्म लिया । राजा ने इस कन्या का सावित्री नाम रख दिया।

कैसे हुआ सावित्री का विवाह

जब पुत्री बड़ी हुई तो राजा को उसके विवाह की चिंता सताने लगी। राजा ने अपनी पुत्री के विवाह के प्रयास शुरू कर दिए । लेकिन सावित्री ने कहा कि वह अपना वर स्वयं ढूंढेगी। इसी के चलते एक बार सावित्री जंगल में जा रही थी तो उसने जंगल में एक लकड़हारे को देखा। वह लकड़हारा किसी युवराज से कम नहीं लग रहा था। सावित्री को लकड़हारा पसंद आ गया और वह वापिस महल लौट आई और अपने पिता को अपना फैसला सुना दिया जंगल में एक लकड़हारा है वह उसी के साथ विवाह के बंधन नें बंधेगी। राजा ने अपनी बेटी को लाख समझाया लेकिन वह अपनी बात से टस से मस नहीं हुई । आखिरकार राजा को अपनी बेटी की जिद से सामने झुकना पड़ा। और लकड़हारे से रिश्ते के लिए तैयार हो गए।

लकड़हारे के साथ  विवाह

जब सावित्री के विवाह की बात चल रही थी तभी वहां नारद मुनि आ गए। उन्होंने राजा से कहा कि राजन् जिस युवक से आप बेटी की शादी करना चाहते हैं वह शादी के बाद सिर्फ 1 साल ही जीवित रहेगा। यह सुनने के बाद राजा गंभीर चिंता में डूब गया लेकिन सावित्री अपने फैसले पर अडिग रही। राजा नें लकड़हारे के साथ सावित्री का विवाह कर दिया।

मृत्यु की भविष्यवाणी

विवाह के पश्चात सावित्री अपने सास-ससुर और पति की सेवा में ही लग गई । इस दौरान वक्त गुजरता चला गया । सावित्री समय की गणना करती रही। आखिर वह दिन भी आ गई जब सत्यवान की मृत्यु की भविष्यवाणी की गई। सावित्री ने उस दिन अपने पति के साथ जंगल में जाने की बात कही लेकिन उसके पति ने इंकार कर दिया की वह उसे जंगल में लकड़ी काटने के लिए नहीं ले जा सकता परंतु सावित्री ने साथ जाने का हठ पकड़ लिया। सत्यवान ने आखिरकार सावित्री की बात मान ली और उसे जंगल में ले गया। इस दिन सावित्री सत्यवान के साथ वन गई थी और सत्यवान के साथ लकड़ी काटने लगी।

सिर में दर्द और असहनीय पीड़ा

लकड़ी काटने के लिए जैसे ही सत्यवान पेड़ पर चढ़ने लगा, तो उसके सिर में दर्द और असहनीय पीड़ा होने लगी। इसी के कारण सत्यवान सावित्री की गोद में सिर रखकर लेट गया।  काल ने तो आना ही था सो आ गया । कहते है कि सावित्री का तप इतना अधिक था कि यमराज उसकी इजाजत के बिना सत्यवान के प्राणों को नहीं ले जा सकते थे। थोड़ी देर बाद यमराज साक्षातर वहां आकर खड़े हो गए।  इसके बाद यमराज सत्यवान की आत्मा को लेकर दक्षिण दिशा की ओर चल पड़े तो  सावित्री भी उनके पीछे चलने लगी।

अब तुम लौट जाओ

यमराज ने सावित्री से कहा, ‘हे पतिव्रता नारी! जहां तक मनुष्य साथ दे सकता है, तुमने वहां तक अपने पति का साथ दे दिया परंतु अब तुम लौट जाओ’.. यमराज की बात सुनकर सावित्री ने उत्तर दिया और कहा कि ‘जहां तक मेरे पति जाएंगे, वहां तक मुझे जाना चाहिए. यही सनातन सत्य है’।सावित्री का यह जवाब सुनकर यमराज बहुत प्रसन्न हुए। यमराज ने  सत्यवान की प्राणों के बदले सावित्री से तीन वरदान मांगने को कहा।  इस पर सावित्री ने यमराज की बात को मान लिया और यमराज से 3 वरदान मांग लिए।

  1. पहले वरदान में सावित्री ने कहा, ‘मेरे सास-ससुर को नेत्र-ज्योति दें’ इस पर यमराज ने ‘तथास्तु’
  2. यमराज ने  फिर दूसरा वरदान मांगने को कहा, तो सावित्री ने कहां कि ‘मेरे ससुर का खोया हुआ राज्य उन्हें वापस मिल जाए यमराज ने फिर कहा तथास्तु।
  3. यमराज ने  फिर तीसरा मांगने को कहा तो सावित्री ने खुद के लिए भी पुत्र प्राप्ति का वरदान मांग लिया । यमराज ने तथास्तु कहा

जब यमराज ने सत्यवान के प्राणों को लौटाया

इसके बाद सावित्री ने यमराज से कहा कि मैं पतिव्रता स्त्री हूं जब मेरे पति ही जिंदा नहीं रहेंगे तो मुझे कैसे पुत्र की प्राप्ति होगी। यमराज अपने ही वचनों में बंध गए और सत्यवान के प्राणों को लौटा दिया। यह कथा हमें इस बात की शिक्षा देती है कि एक पतिव्रता स्त्री में कितनी ताकत होती है वह अपने पति को यमराज से भी वापस ले लेती ।

वट सावित्री का व्रत क्यों कहा जाता है

इस व्रत को वट सावित्री का व्रत क्यों कहा जाता है इसके पीछे की कहानी यह है कि जब यमराज सत्यवान की आत्मा को लेकर चले गए थे तब सत्यवान का शरीर वट वृक्ष की छाया में जमीन पर था इसलिए इस दिन वट वृक्ष की पूजा की जाती है और इस व्रत का नाम वट व सावित्री के पतिव्रता धर्म के कारण वट सावित्री पड़ा।

सत्यवान कोई आम लकड़हारा नहीं था

बता दें कि सत्यवान कोई आम लकड़हारा नहीं था वह राजा द्युमत्सेन का पुत्र था । राजा द्युमत्सेन का राजपाट छीन लिया गया था इस कारण उन्हें जंगल में रहना पड़ा रहा था । इसी दौरान ही सत्यवान के माता पिता की आंखों की रोशनी चली गई थी ।  ये तीनों ही जंगल से लकड़ियां काटकर और उन्हें बेचकर गुजर बसर कर रहे थे सावित्री के यमराज से वरदान मांगने के बाद राजा द्युमत्सेन को अपना राजपाट भी वापस मिल गया।

Sunita Singh

Recent Posts

Meghalaya Honeymoon Murder Case: पति की हत्या पर नहीं है सोनम को पछतावा, पुलिस को गुमराह करने की भी कोशिश, SIT कर रही हर पहलू की जांच

Meghalaya Honeymoon Murder Case: मेघालय हनीमून मर्डर केस में रोज़ नए खुलासे हो रहे हैं।…

14 minutes ago

बिना ब्रश किए पानी पीना है सेहतमंद आदत! डिटॉक्स से लेकर वज़न घटाने तक जानें लाभ

अक्सर हम सुनते हैं कि सुबह उठते ही बासी मुँह यानी बिना ब्रश किए पानी…

1 hour ago

Social media influencer Kamal Kaur Death : सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर कमल कौर का शव बरामद, अस्पताल की पार्किंग में मिली लाश

पंजाब के बठिंडा से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर अश्लील वीडियो…

1 hour ago

Project Pelican : कनाडा में अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करी गिरोह का भंडाफोड़, 9 नागरिक गिरफ्तार जिनमें 7 भारतीय

नई दिल्ली, डेस्क, कनाडा में पील रीजनल पुलिस ने एक बड़े अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करी गिरोह…

2 hours ago

Sonam Raghuvanshi Update : इंदौर हनीमून मर्डर केस में नया खुलासा: फरारी में तीन और लोगों की मदद का दावा

इंदौर। MP के चर्चित हनीमून मर्डर केस में हर दिन नए खुलासे सामने आ रहे…

2 hours ago

Uttarakhand High Court : मुस्लिम युवक ने की हिंदू लड़की से शादी पर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला !

नई दिल्ली। एक मुस्लिम युवक और हिंदू युवती की शादी के मामले में सुप्रीम कोर्ट…

3 hours ago