Israel strikes Iran
तेहरान येरूशलम नई दिल्ली – ईरान_इज़राइल के बीच लंबे समय से जारी तनाव अब एक खतरनाक मोड पर पहुंच चुका है। इजराइली सेना ने ईरान में तेहरान के आसपास कम से कम 6 सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है। इन 6 में से 4 जगहों पर परमाणु ठिकाने भी मौजूद हैं। इजराइली हमले में इस्लामिक रेवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के कमांडर हुसैन सलामी की मौत हो गई है।हमले में नतांज न्यूक्लियर फैसिलिटी पूरी तरह से तबाह हो गई है।
इसके अलावा ईरान के दो प्रमुख परमाणु वैज्ञानिक फरदून अब्बासी और मोहम्मद मेहदी तेहरांची भी हमले में मारे गए हैं। इजराइल का दावा है कि उसके द्वारा किए गए हमलों में ईरान के आर्मी चीफ अतिरिक्त सेना के कई उच्च अधिकारियों समेत कुछ सीनियर परमाणु वैज्ञानिक भी मारे गए हैं।
इजरायल के इस हमले में जिसमें सबसे बड़ा झटका नतांज न्यूक्लियर फैसिलिटी को लगा है। ईरान की एटॉमिक एनर्जी ऑर्गनाइजेशन ने खुद इस बात की पुष्टि की है कि नतांज एनरिचमेंट फैसिलिटी अब पूरी तरह से नष्ट हो चुकी है। ईरान की राजधानी तेहरान से तकरीबन 220 किलोमीटर दूर स्थित नतांज साइट को उसके यूरेनियम संवर्धन कार्यों के लिए जाना जाता था।
यह अत्यधिक संरक्षित क्षेत्र था, जिसके कई हिस्से ज़मीन के नीचे बने हुए थे ताकि हवाई हमलों से रक्षा की जा सके। यहां हज़ारों की संख्या में सेंट्रीफ्यूज लगे थे, जिनके ज़रिए यूरेनियम को उच्च स्तर तक संवर्धित किया जाता था। यही कारण है कि नतांज को ईरान के परमाणु कार्यक्रम का “दिल” कहा जाता था।
यह कोई पहली बार नहीं है जब नतांज को निशाना बनाया गया हो। 2010 में भी यहां पर साइबर हमला किया गया था, जिसे ‘स्टक्सनेट वायरस’ के ज़रिए अंजाम दिया गया था। इस हमले को अमेरिका और इज़राइल की साझा कार्रवाई माना गया था। इसके अलावा दो बार और इस परिसर में रहस्यमयी घटनाएं हुईं, जिनमें इज़राइल की भूमिका की आशंका जताई गई।
हमले से ठीक एक दिन पहले इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी (IAEA) ने ईरान पर गंभीर आरोप लगाए थे। एजेंसी ने 20 वर्षों में पहली बार ईरान की आलोचना करते हुए कहा कि तेहरान अब सहयोग नहीं कर रहा। जवाब में ईरान ने और अधिक यूरेनियम संवर्धन की घोषणा की और नई उन्नत सेंट्रीफ्यूज लगाने की योजना भी सार्वजनिक कर दी।
इस हमले से अमेरिका और ईरान के बीच चल रही बातचीत पर भी असर पड़ने की संभावना है। अमेरिका, जो ईरान पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों में ढील देने के बदले यूरेनियम संवर्धन की सीमा तय करना चाहता था, अब खुद एक नई चुनौती का सामना कर रहा है।
इजराइल के ईरान पर स्ट्राइक का असर हवाई यात्रा पर भी हुआ है air india ने 16 फ्लाइट्स का रास्ता बदल दिया । एयरलाइन के अनुसार जिन फ्लाइट पर असर पड़ा है उनमें न्यूयार्क से दिल्ली और दिल्ली, मुम्बई से लंदन की फ्लाइट्स थी। एयर इंडिया ने कहा है कि यह कदम यात्रियों की सुरक्षा के हित में उठाया है।
नतांज फैसिलिटी की तबाही ईरान के परमाणु कार्यक्रम को सबसे बड़ा झटका है, लेकिन साथ ही यह क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता के लिए गंभीर खतरा भी बन चुका है। कूटनीतिक समाधान की उम्मीदें कमज़ोर हो रही हैं और युद्ध की आशंकाएं अब और अधिक गहरा गई हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि इस तनाव को जल्द नहीं रोका गया तो यह पूरा पश्चिम एशिया एक गंभीर संघर्ष की ओर बढ़ सकता है। IAEA, संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक शक्तियों के लिए यह समय निर्णायक हो सकता है।
🔮 मेष राशि (21 मार्च – 19 अप्रैल) आज आपकी ऊर्जा का स्तर ऊँचा रहेगा।…
हरियाणा में बिजली उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी खबर है। रोहतक जिले के महम में…
मध्य-पूर्व में इजराइल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव का असर अब सिर्फ सीमा पर…
Assam Dhubri Beef Controversy : असम के धुबरी जिले में बकरीद के मौके पर हुए…
शुक्रवार को अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे की जांच में एक बड़ी कामयाबी…
NEET PG 2025: नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन फॉर मेडिकल साइंसेज (NBEMS) नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस…