इजरायल फिर गाजा पर कर सकता है हमला, ट्रंप का नेतन्याहू को समर्थन
इजरायल-गाजा संघर्ष पर बड़ा बयान: ट्रंप का समर्थन
इजरायल और गाजा के बीच तनाव की स्थिति फिर से बढ़ने की संभावना है। हाल ही में, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है, जिसमें उन्होंने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के फैसलों का समर्थन करने की बात कही है। ट्रंप ने स्पष्ट किया कि अगर इजरायल फिर गाजा पर हमला करता है, तो अमेरिका पूरी तरह से उसका समर्थन करेगा। यह बयान ऐसे समय में आया है जब गाजा और इजरायल के बीच युद्धविराम लागू है, लेकिन किसी भी वक्त तनाव भड़कने की संभावना बनी हुई है।
गाजा पर इजरायल का हमला: क्या हो सकता है फिर से युद्ध?
मौजूदा स्थिति को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि इजरायल फिर गाजा पर कर सकता है हमला। हालांकि, अब तक युद्धविराम की स्थिति कायम है, लेकिन हालिया घटनाओं ने इसे फिर से संकट में डाल दिया है। ट्रंप के बयान ने इस संभावना को और भी मजबूत किया है कि गाजा में शांति बहाल रखने के बजाय इजरायल फिर से सैन्य कार्रवाई की ओर बढ़ सकता है।
गाजा और इजरायल के बीच लंबे समय से चली आ रही दुश्मनी किसी से छिपी नहीं है। इजरायल और हमास के बीच कई दौर की लड़ाइयां हो चुकी हैं, जिनमें से कई बेहद खतरनाक साबित हुई हैं। इजरायल फिर गाजा पर कर सकता है हमला, यह संभावना इसलिए भी बढ़ गई है क्योंकि इजरायल पर हाल ही में हुए हमलों में बड़ी संख्या में नागरिकों की जान गई है, जिसमें छोटे बच्चों की मौत भी शामिल है। इन घटनाओं ने इजरायल को और अधिक आक्रामक बना दिया है।

ट्रंप का बयान: क्या कहता है अमेरिका का इजरायल के प्रति रुख?
फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या गाजा में युद्धविराम को जारी रखना चाहिए या फिर इजरायल को हमास के खिलाफ फिर से सैन्य कार्रवाई करनी चाहिए, तो ट्रंप ने कहा कि इजरायल जो भी फैसला करेगा, अमेरिका उसका समर्थन करेगा। उन्होंने कहा, “मैं इजरायल के साथ खड़ा हूं। अगर इजरायल फिर गाजा पर कर सकता है हमला, तो उसे ऐसा करने का पूरा अधिकार है।”
ट्रंप के इस बयान से साफ है कि अमेरिका इजरायल के फैसलों का पूरी तरह समर्थन कर रहा है। यह बयान खासकर तब आया है जब गाजा में कई बंधकों को वापस लाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन साथ ही इजरायल के हमले की आशंका भी बढ़ती जा रही है। ट्रंप के इस बयान से यह भी संकेत मिलता है कि अमेरिका इजरायल के साथ खड़ा रहेगा, चाहे स्थिति जो भी हो।
नेतन्याहू का गुस्सा और इजरायल की रणनीति
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू गाजा पर हुए हालिया हमलों से बेहद नाराज हैं। खासकर बच्चों की मौत ने उन्हें गहरे आक्रोश में डाल दिया है। ट्रंप ने नेतन्याहू के गुस्से का समर्थन करते हुए कहा, “नेतन्याहू को गुस्सा आना जायज है, जो हालात वहां हुए हैं, वो बेहद बर्बर हैं। ऐसे हालात में इजरायल फिर गाजा पर कर सकता है हमला, और ऐसा होना लाजमी है।”
नेतन्याहू और उनकी सरकार पर लगातार दबाव बना हुआ है कि वे गाजा में हो रहे हमलों का माकूल जवाब दें। इजरायल के नागरिकों में भी यह भावना बढ़ रही है कि हमास के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। इस बीच, ट्रंप के समर्थन ने इजरायल को और भी मजबूती प्रदान की है।
क्या गाजा में फिर से युद्ध होगा?
गाजा और इजरायल के बीच जारी संघर्ष ने दुनिया का ध्यान खींचा है। युद्धविराम लागू होने के बाद भी दोनों पक्षों के बीच तनाव खत्म नहीं हुआ है। इजरायल फिर गाजा पर कर सकता है हमला, क्योंकि अब स्थिति नाजुक मोड़ पर पहुंच चुकी है।
अगर इजरायल हमला करता है, तो यह न केवल गाजा और इजरायल के बीच हिंसा को बढ़ावा देगा, बल्कि पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र में अस्थिरता पैदा कर सकता है। ऐसे में यह देखना अहम होगा कि आने वाले दिनों में इजरायल किस तरह की रणनीति अपनाता है।
अमेरिका-इजरायल संबंधों की अहमियत
अमेरिका और इजरायल के संबंध हमेशा से गहरे रहे हैं। इजरायल फिर गाजा पर कर सकता है हमला, और ऐसे में ट्रंप के बयान से यह साफ हो गया है कि अमेरिका इजरायल के साथ पूरी मजबूती से खड़ा है।
अमेरिका ने हमेशा इजरायल को सैन्य और राजनीतिक समर्थन दिया है। गाजा में हमास के खिलाफ इजरायल की लड़ाई में भी अमेरिका ने मदद की है। ट्रंप के बयान से यह भी स्पष्ट होता है कि अमेरिका आगे भी इजरायल को हर संभव समर्थन देगा, चाहे स्थिति कितनी भी कठिन क्यों न हो।
निष्कर्ष: इजरायल की अगली रणनीति क्या होगी?
गाजा और इजरायल के बीच तनाव की स्थिति लगातार बढ़ रही है। इजरायल फिर गाजा पर कर सकता है हमला, और यह हमला क्षेत्रीय स्थिरता के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है। ट्रंप के बयान से यह साफ हो गया है कि अगर इजरायल सैन्य कार्रवाई करता है, तो अमेरिका उसका समर्थन करेगा।
अब यह देखना बाकी है कि इजरायल क्या कदम उठाता है। गाजा में हालिया घटनाओं ने दोनों पक्षों के बीच संघर्ष को फिर से भड़का दिया है। चाहे बातचीत के जरिए बंधकों को वापस लाने की कोशिश की जाए या फिर सैन्य कार्रवाई हो, इजरायल के लिए चुनौतीपूर्ण समय आने वाला है।
इजरायल फिर गाजा पर कर सकता है हमला, इस संभावना के बीच, दुनिया की नजरें अब नेतन्याहू और उनके फैसलों पर टिकी हैं।
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