Israel Hamas War: गाज़ा में इज़रायल के भीषण हवाई हमले में शनिवार तड़के कम से कम 32 लोगों की मौत हो गई। गाज़ा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, मरने वालों में कई महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। यह हमला ऐसे समय हुआ जब अंतरराष्ट्रीय समुदाय युद्धविराम की अपील कर रहा है, लेकिन इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा कि उनका देश “हमास के खिलाफ अंतिम लड़ाई” लड़ना चाहता है।
विषयसूची
नेतन्याहू के भाषण के बाद हमला
कुछ घंटे पहले ही नेतन्याहू ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में भाषण दिया था, जिसके बाद गाज़ा पर बमबारी तेज हो गई। नुसेरात शरणार्थी कैंप में एक ही परिवार के 9 लोग मारे गए। तुर्फा इलाके में 11 और शती कैंप में 4 लोगों की जान गई। अस्पतालों में दवाइयों और ईंधन की भारी कमी है, कई क्लीनिक तबाह हो चुके हैं।
युद्धविराम पर बढ़ता दबाव
दुनिया के कई देशों ने हाल ही में फिलिस्तीन को स्वतंत्र देश का दर्जा दिया है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि गाज़ा में संघर्ष कम करने और बंधकों को छुड़ाने पर “उपयोगी चर्चाएं” हो रही हैं। सोमवार को ट्रंप और नेतन्याहू की मुलाकात तय है।
मानवीय संकट गहराया
लगातार जारी हमलों और ज़मीनी अभियान के कारण गाज़ा में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। करीब 3 लाख लोग क्षेत्र छोड़ चुके हैं, लेकिन लगभग 7 लाख लोग अब भी वहीं फंसे हुए हैं क्योंकि वे विस्थापन का खर्च नहीं उठा सकते। कई अस्पतालों के डॉक्टर और स्टाफ हमलों की वजह से वहां से जा चुके हैं।
भारी तबाही और मौत का आंकड़ा
गाज़ा स्वास्थ्य मंत्रालय का दावा है कि अब तक 65,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं और 1.67 लाख से ज्यादा घायल हैं। मंत्रालय का कहना है कि मृतकों में आधे से ज्यादा महिलाएं और बच्चे हैं। संयुक्त राष्ट्र एजेंसियां भी इन आंकड़ों को विश्वसनीय मान रही हैं।
अगर खबर पसंद आई हो तो इसे शेयर ज़रूर करें!


