बांग्लादेश में भारत का बड़ा गेमप्लान! यूनुस नहीं, असली निशाना कुछ और – पाकिस्तानी राजनयिक ने मानी भारत की ताकत
बांग्लादेश में भारत का बड़ा गेमप्लान! क्या यूनुस सिर्फ एक बहाना है?
बांग्लादेश की राजनीति में हाल के दिनों में बड़े उलटफेर देखने को मिले हैं। लेकिन इस पूरे घटनाक्रम में सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के चीन दौरे को लेकर पाकिस्तान में एक अलग ही उत्साह देखने को मिल रहा है। हालांकि, कुछ पाकिस्तानी विशेषज्ञ इस पर सतर्क नजर रखने की सलाह भी दे रहे हैं। वहीं, भारतीय रणनीतिकारों का मानना है कि बांग्लादेश में भारत का बड़ा गेमप्लान यूनुस से कहीं आगे का है।
चीन की गोद में क्यों गया बांग्लादेश?
हाल ही में बांग्लादेश के कार्यवाहक सरकार प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने चीन की यात्रा की, जहां उन्होंने राष्ट्रपति शी जिनपिंग और कई बड़े चीनी अधिकारियों से मुलाकात की। इस दौरे को बांग्लादेश के लिए बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है। लेकिन इसके पीछे की असली कहानी कुछ और ही है। पाकिस्तान में इस दौरे को भारत के लिए खतरे की घंटी बताया जा रहा है, क्योंकि चीन की रणनीति साफ दिख रही है—वह बांग्लादेश को भारत के प्रभाव से दूर ले जाना चाहता है।
लेकिन सवाल ये है कि क्या भारत इतनी आसानी से बांग्लादेश को चीन के पाले में जाने देगा? बिल्कुल नहीं! बांग्लादेश में भारत का बड़ा गेमप्लान यूनुस के चीन दौरे से कहीं आगे का है।
भारत क्यों रख रहा है बांग्लादेश पर नजर?
भारत की रणनीति हमेशा से ही स्पष्ट रही है—बांग्लादेश को दक्षिण एशिया में एक स्थिर और मित्र राष्ट्र बनाए रखना। इसके कई कारण हैं:
सुरक्षा कारण: भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में शांति बनाए रखने के लिए बांग्लादेश के साथ मजबूत संबंध जरूरी हैं।
आर्थिक साझेदारी: बांग्लादेश भारत के लिए एक महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार है।
चीन का बढ़ता प्रभाव: भारत नहीं चाहता कि चीन बांग्लादेश में अपनी जड़ें मजबूत करे और भारत को घेरने की कोशिश करे।
इसी वजह से भारतीय रणनीतिकार बांग्लादेश में भारत का बड़ा गेमप्लान तैयार कर चुके हैं।
पाकिस्तान का डर क्यों बढ़ रहा है?
पाकिस्तान के पूर्व राजनयिक अब्दुल बासित ने हाल ही में एक इंटरव्यू में यह कहा कि भारत बांग्लादेश की राजनीति में जबरदस्त पकड़ रखता है। उनका मानना है कि भले ही यूनुस ने चीन का दौरा किया हो, लेकिन भारत की रणनीति कहीं ज्यादा गहरी है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत बांग्लादेश के आगामी चुनावों में अपनी स्थिति को और मजबूत करेगा।
भारत का असली दांव: बांग्लादेश में चुनाव!
अब्दुल बासित के अनुसार, भारत ने यूनुस के बजाय बांग्लादेश के आगामी चुनावों पर अपनी नजरें गड़ा रखी हैं। भारत नहीं चाहता कि बांग्लादेश की सत्ता उसके विरोधियों के हाथ में जाए। इसलिए, बांग्लादेश में भारत का बड़ा गेमप्लान यही है कि वह चुनावों में अपनी रणनीति के तहत अपने हितों की रक्षा करे।
चीन और पाकिस्तान की मिलीभगत?
चीन और पाकिस्तान इस समय बांग्लादेश को अपने पक्ष में करने के लिए हरसंभव कोशिश कर रहे हैं। पाकिस्तान चाहता है कि भारत का प्रभाव बांग्लादेश में कमजोर हो और चीन को यहां अपनी जगह बनाने का मौका मिले। लेकिन भारतीय रणनीतिकार इस चाल को पहले ही समझ चुके हैं।
भारत का अगला कदम क्या होगा?
राजनीतिक कूटनीति: भारत बांग्लादेश के राजनीतिक दलों और नेताओं से संपर्क बनाए रखेगा ताकि वहां भारत समर्थक सरकार बने।
आर्थिक मदद: भारत बांग्लादेश को विभिन्न विकास योजनाओं में सहायता प्रदान करेगा, जिससे दोनों देशों के बीच संबंध और मजबूत होंगे।
सुरक्षा रणनीति: भारत बांग्लादेश के साथ मिलकर चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए रणनीतिक कदम उठाएगा।
निष्कर्ष
बांग्लादेश में भारत का बड़ा गेमप्लान सिर्फ यूनुस तक सीमित नहीं है, बल्कि यह उससे कहीं ज्यादा बड़ा और गहरा है। भारत अपने पड़ोसी देश को चीन या पाकिस्तान के हाथों में नहीं जाने देगा। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि भारत, बांग्लादेश में अपनी स्थिति को और मजबूत करने के लिए क्या-क्या कदम उठाता है। लेकिन एक बात तय है—यूनुस सिर्फ मोहरा है, असली खेल अभी बाकी है!
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