पेंगोंग त्सो की ऊंची चोटियों पहुंचकर भारतीय पर्वतारोहियों ने रच दिया इतिहास

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By Hindustan Uday

🕒 Published 3 hours ago (10:05 AM)

देश के प्रमुख राष्ट्रीय पर्वतारोहण संस्थानों जवाहर पर्वतारोहण एवं शीतकालीन खेल संस्थान (जेआईएम एंड डब्ल्यूएस) पहलगाम, नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (एनआईएम) उत्तरकाशी, और हिमालयन पर्वतारोहण संस्थान (एचएमआई) दार्जिलिंग के प्रशिक्षकों वाले एक संयुक्त अभियान दल ने केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के पैंगोंग त्सो क्षेत्र की सबसे ऊंची चोटियों माउंट मेराग-III (6,480 मीटर) तथा माउंट कांगजू कांगड़ी (6710 मीटर) पर सफलतापूर्वक चढ़ाई पूरी की है।

इस अभियान को जवाहर पर्वतारोहण एवं शीतकालीन खेल संस्थान के प्रधानाचार्य कर्नल हेम चंद्र सिंह द्वारा जुलाई, 2025 को सोनमर्ग से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया था। उन्होंने ही तीनों राष्ट्रीय संस्थानों के एक अनुभवी दल का नेतृत्व किया । इस दल में शामिल पर्वतरोहियों के नाम इस प्रकार हैं ।

  1. सब मेजर/ऑनरी लेफ्टिनेंट (सेवानिवृत्त) रफीक अहमद मलिक (जेआईएमएंडडब्ल्यूएस)
  2. हवलदार सज्जाद हुसैन (जेआईएमएंडडब्ल्यूएस)
  3. एनके भरत सिंह (जेआईएमएंडडब्ल्यूएस)
  4. हवलदार/एनए योगेश (जेआईएमएंडडब्ल्यूएस)
  5. सब मेजर हजारी लाल (एनआईएम)
  6. नायब सूबेदार भूपिंदर सिंह (एनआईएम)
  7. रॉबिन गुरुंग (एचएमआई)
  8. जुबिन राय (एचएमआई)

इस दल ने विषम मौसम की परिस्थितियों एवं अत्यधिक ऊंचाई की चुनौतियों के बीच अनुकरणीय साहस, तन्मयता और टीम वर्क का प्रदर्शन करते हुए भारतीय पर्वतारोहण इतिहास में एक मानक स्थापित किया। यह ऐतिहासिक उपलब्धि न केवल हमारे देश के पर्वतारोहियों की अदम्य भावना व सहनशक्ति का प्रतीक है, बल्कि साहसिक खेलों और अत्यधिक ऊंचाई वाले अभियानों में भारत की बढ़ती हुई क्षमता का गौरवपूर्ण प्रमाण भी है।

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