🕒 Published 7 hours ago (6:05 PM)
ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के बीच भारत सरकार ने तेहरान में रहने वाले अपने नागरिकों के लिए नई एडवाइजरी जारी की है। विदेश मंत्रालय (MEA) ने सभी भारतीयों को तेहरान से बाहर निकलने और सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह दी है। इस दिशा में कदम उठाते हुए, तेहरान में रह रहे भारतीय छात्रों को सुरक्षा कारणों से शहर से बाहर स्थानांतरित कर दिया गया है।
विदेश मंत्रालय की स्पष्ट चेतावनी
मंगलवार को जारी आधिकारिक बयान में विदेश मंत्रालय ने कहा कि “भारतीय छात्रों को दूतावास की व्यवस्था के तहत सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है। वहीं जो अन्य भारतीय नागरिक अपने संसाधनों से बाहर निकल सकते हैं, उन्हें भी मौजूदा हालात को देखते हुए शहर छोड़ने की सलाह दी गई है।”
कुछ भारतीयों को आर्मेनिया बॉर्डर से निकाला गया
बयान में यह भी जानकारी दी गई कि कुछ भारतीयों को आर्मेनिया की सीमा के माध्यम से ईरान छोड़ने में सहायता की गई है। दूतावास स्थानीय समुदाय के साथ लगातार संपर्क में है और सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव मदद प्रदान कर रहा है।
दूतावास ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
तेहरान स्थित भारतीय दूतावास ने सभी नागरिकों से संपर्क में रहने और अपना स्थान तथा मोबाइल नंबर साझा करने की अपील की है। साथ ही तीन हेल्पलाइन नंबर भी साझा किए गए हैं:
- +98 9010144557
- +98 9128109115
- +98 9128109109
अमेरिका और इजराइल भी दे रहे चेतावनी
भारत के अलावा, अमेरिका ने भी अपने नागरिकों को तेहरान तुरंत छोड़ने की चेतावनी दी है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर ईरान की आलोचना करते हुए कहा, “ईरान को परमाणु हथियार नहीं होना चाहिए। सभी को तेहरान छोड़ देना चाहिए।”
इजराइल की सैन्य चेतावनी और संभावित हमले
इजराइली सेना के प्रवक्ता अविचाय एड्रै ने एक पोस्ट में तेहरान के उत्तर-पूर्वी हिस्से के नागरिकों को तुरंत खाली करने की अपील की है। उन्होंने कहा, “इस क्षेत्र में आपकी मौजूदगी आपके जीवन के लिए खतरा हो सकती है। आने वाले घंटों में इजराइली सेना इस इलाके में कार्रवाई करेगी।”
इजराइल ने किए मिसाइल हमले
इजराइली सेना के अनुसार, उनके लड़ाकू विमानों ने पश्चिमी ईरान से तेहरान की ओर बढ़ रहे हथियारों और मिसाइल लॉन्चर्स से लदे ट्रकों को निशाना बनाया। साथ ही गोलान हाइट्स और उत्तरी इजराइल में भी ईरान की ओर से मिसाइलें दागे जाने की पुष्टि हुई है, जिससे कई क्षेत्रों में हवाई हमले के सायरन बजने लगे।
संवेदनशील संस्थानों पर खतरा
चीनी समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, जिस इलाके में हमला होने की आशंका है, वहां राज्य के प्रमुख संस्थान, सरकारी कार्यालय, खुफिया एजेंसियां और संचार केंद्र स्थित हैं।