पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में जारी विरोध प्रदर्शनों और पाकिस्तानी सेना की बर्बर कार्रवाई पर भारत ने पहली बार आधिकारिक बयान जारी किया है। PoK में नागरिकों के खिलाफ हिंसा और दमन को लेकर भारत सरकार ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। विदेश मंत्रालय ने इसे पाकिस्तान की दमनकारी नीतियों का नतीजा बताया है और मानवाधिकारों के उल्लंघन के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है।
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पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में हालात बिगड़े
PoK के विभिन्न क्षेत्रों में लोग लंबे समय से आज़ादी और बुनियादी अधिकारों की मांग कर रहे हैं। हाल ही में इन प्रदर्शनों ने ज़ोर पकड़ा और बड़ी संख्या में लोग लॉन्ग मार्च के ज़रिए मुजफ्फराबाद की ओर बढ़ रहे हैं। पाकिस्तानी सेना ने प्रदर्शनकारियों पर अंधाधुंध फायरिंग की, जिसमें कई लोगों की जान चली गई और दर्जनों घायल हुए हैं।
भारत ने क्या कहा?
भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले कश्मीर में जो कुछ भी हो रहा है, वह उस देश की दमनकारी नीतियों और इन क्षेत्रों के संसाधनों की लूट का परिणाम है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना की बर्बरता को किसी भी रूप में सही नहीं ठहराया जा सकता और पाकिस्तान को मानवाधिकारों के उल्लंघन के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग को लेकर बयान
कनाडा में हाल ही में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह को आतंकी संगठन घोषित किया गया है। इस पर विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी कि 18 सितंबर 2025 को भारत में कनाडा की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नथाली ड्रोइन से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) ने मुलाकात की थी। दोनों देशों के बीच आतंकवाद और संगठित अपराध से निपटने के लिए सहयोग को बढ़ाने पर चर्चा हुई है। खुफिया जानकारी के आदान-प्रदान को लेकर भी सहमति बनी है।
अफगानी विदेश मंत्री की भारत यात्रा
अफगानिस्तान के विदेश मंत्री की प्रस्तावित भारत यात्रा को लेकर पूछे गए सवाल पर रणधीर जायसवाल ने कहा कि उन्हें संयुक्त राष्ट्र की ओर से विशेष छूट (UN exemption) प्राप्त है। इस विषय में आगे और कोई जानकारी होगी तो उसे सार्वजनिक किया जाएगा।
भारत-चीन के बीच उड़ानों की बहाली
भारत और चीन के बीच उड़ानों की बहाली को लेकर भी विदेश मंत्रालय ने प्रतिक्रिया दी है। जायसवाल ने बताया कि यह दोनों देशों के बीच एक सकारात्मक कदम है, जिससे पर्यटन, व्यापार और आपसी संपर्क को बढ़ावा मिलेगा।
ASEAN सम्मेलन को लेकर प्रतिक्रिया
जब पूछा गया कि क्या आगामी ASEAN शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात हो सकती है, तो विदेश मंत्रालय ने कहा कि सम्मेलन में अभी समय है और उचित समय पर जानकारी दी जाएगी।
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