पाकिस्तान ने UNSC के प्रस्ताव से हटावाया TRF का नाम, विदेश सचिव ने PAK को दिखाया आईना

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By Rita Sharma

🕒 Published 1 month ago (1:44 PM)

पाकिस्तान द्वारा भारत के 15 शहरों को निशाना बनाने की कोशिश के जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की। इस ऑपरेशन के तहत भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के लाहौर में मौजूद एयर डिफेंस सिस्टम को सफलतापूर्वक ध्वस्त कर दिया। इस कार्रवाई के बाद विदेश मंत्रालय ने एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें विदेश सचिव विक्रम मिसरी, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह मौजूद रहीं।

संयमित लेकिन सटीक जवाब: विक्रम मिसरी

विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने प्रेस वार्ता में स्पष्ट किया कि पहलगाम आतंकी हमला उकसावे की कार्रवाई थी, लेकिन भारत ने संयमित, सटीक और अंतरराष्ट्रीय कानून के दायरे में रहते हुए जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि भारत किसी भी उकसावे का जवाब दृढ़ता से देगा।

पाकिस्तान: आतंकवाद का वैश्विक अड्डा

मिसरी ने पाकिस्तान को आतंकवाद का “वैश्विक केंद्र” करार देते हुए कहा कि पूरी दुनिया जानती है कि ओसामा बिन लादेन को कहां मारा गया और किस देश ने उसे शहीद बताया। उन्होंने बताया कि मसूद अजहर, हाफिज सईद जैसे वैश्विक आतंकी आज भी पाकिस्तान में खुलेआम घूम रहे हैं और वहां लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों को संरक्षण प्राप्त है।

सबूतों के बावजूद पाकिस्तान की नाकामी

मिसरी ने दोहराया कि भारत ने पाकिस्तान को मुंबई हमलों से लेकर पठानकोट हमले तक के पुख्ता फॉरेंसिक सबूत दिए थे, लेकिन उसने कभी भी आतंकियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इन सबूतों का इस्तेमाल सिर्फ अपनी छवि छुपाने के लिए करता है।

UNSC में TRF का नाम छिपाने की कोशिश

पहलगाम हमले की जिम्मेदारी जिस TRF (The Resistance Front) ने ली, वह लश्कर-ए-तैयबा का ही मुखौटा संगठन है। भारत ने यह जानकारी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) को दी, लेकिन जब UNSC में इस पर बयान जारी करने की बात आई, तब पाकिस्तान ने ही TRF का नाम हटवाने का विरोध किया, जबकि संगठन ने खुद दो बार हमले की जिम्मेदारी ली थी।

सेना के जनाजों में “आम नागरिक”?

पाकिस्तान द्वारा यह कहे जाने पर कि भारत की कार्रवाई में आम नागरिक मारे गए, विक्रम मिसरी ने तंज कसते हुए पूछा कि यदि वे आम नागरिक थे, तो उनके जनाजे सेना के अधिकारियों के साथ राजकीय सम्मान में क्यों निकाले गए? क्या पाकिस्तान में आम नागरिकों को झंडे में लपेट कर दफनाया जाता है?

धार्मिक स्थलों को निशाना? सच्चाई उलटी है

विदेश सचिव ने यह भी साफ किया कि भारत ने केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है, किसी भी धार्मिक स्थल को नहीं। इसके विपरीत, पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन करते हुए पुंछ में एक गुरुद्वारे और सिख समुदाय के घरों पर हमला किया, जिसमें तीन लोगों की मौत हुई। सीमा पार से की गई गोलीबारी में कुल 16 नागरिकों की जान गई है।

 

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