🕒 Published 1 month ago (2:11 AM)
नई दिल्ली 9 मई 2025। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की सेना और आतंकवादी संगठन अब खुलकर एक साथ दिखाई दे रहे हैं। खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान ने आतंकवाद से जुड़े कई शीर्ष चेहरों को अपनी सेना के हेडक्वार्टर्स में शिफ्ट कर दिया है। वहीं अन्य आतंकियों को भीड़-भाड़ वाले इलाकों में छिपने के निर्देश दिए गए हैं।
भारत की कार्रवाई से बौखलाए आतंकी
भारत की सटीक और प्रभावी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान में मौजूद कई नामचीन आतंकी अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हो गए हैं। बताया जा रहा है कि इन आतंकियों को डर है कि मौजूदा हालात में उन पर अज्ञात हमलावरों का खतरा मंडरा रहा है। कार्रवाई से पहले भी कई आतंकी प्रशिक्षण केंद्रों को खाली करवा दिया गया था और अब बचे हुए आतंकियों को हिदायत दी गई है कि वे घनी आबादी वाले इलाकों में या अपने घरों में ही रहें।
सेना के ठिकानों में शिफ्ट हुए बड़े आतंकी
सूत्रों के अनुसार, मसूद अजहर, हाफिज सईद और सैयद सलाहुद्दीन जैसे कुख्यात आतंकियों को पाकिस्तान की सेना ने अलग-अलग कोर मुख्यालयों में पनाह दी है। इन्हें लाहौर की चौथी कोर, कराची की पांचवीं कोर, रावलपिंडी की दसवीं कोर और पेशावर की 11वीं कोर में रखा गया है। इनकी सुरक्षा में पाकिस्तानी स्पेशल कमांडो तैनात किए गए हैं और फिलहाल बाहरी व्यक्तियों का उनसे संपर्क पूरी तरह से बंद है।
नए कैंपों की तलाश में पाकिस्तान
भारत की हालिया कार्रवाई के बाद पाकिस्तान को अपने आतंकवादी नेटवर्क के लिए नए अड्डों की तलाश करनी पड़ रही है। पहले ये ठिकाने खैबर पख्तूनख्वा में बनाए जाते थे, लेकिन वहां तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान और अफगान तालिबान के साथ टकराव के चलते अब यह मुमकिन नहीं रहा। बलूचिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी की सक्रियता के कारण भी वहां कोई नया कैंप बनाना कठिन है। अब केवल पंजाब प्रांत ही बचता है, जहां आतंकियों को अस्थायी रूप से स्थानांतरित किया जा सकता है।