🕒 Published 1 month ago (8:07 AM)
नई दिल्ली 4 मई 2025। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हिंदुओं पर हमले के बाद भारत की ओर से लिए गए कड़े फैसलों ने पाकिस्तान की चिंता बढ़ा दी है। आर्थिक रूप से पहले से ही जूझ रहे पाकिस्तान पर शनिवार को भारत ने तीन बड़े आर्थिक दबाव एक साथ बना दिए, जिसे “ट्रिपल इकोनॉमिक स्ट्राइक” कहा जा रहा है। इससे पाकिस्तान सरकार की बेचैनी साफ दिखाई दे रही है।
PoK में राशन संकट से बचने की तैयारी
भारत की प्रतिक्रिया के बाद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में स्थिति तनावपूर्ण होती जा रही है। LoC के पास के इलाकों में खाद्यान्न की संभावित कमी को लेकर पाकिस्तान सरकार ने अब दो महीने का गेहूं का आटा स्टोर करना शुरू कर दिया है। यह कदम किसी संभावित युद्ध या आपूर्ति बाधा की स्थिति को देखते हुए उठाया गया है।
आमतौर पर कम होता था स्टॉक
डॉन अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, PoK के खाद्य मंत्री चौधरी अकबर इब्राहीम ने बताया कि प्रधानमंत्री अनवरुल हक के निर्देश के तहत LoC क्षेत्र में दो महीने तक चल सकने लायक आटे का स्टॉक जमा किया जा रहा है। पहले इन क्षेत्रों में केवल 15 दिन का ही राशन रखा जाता था, लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए रणनीति में बड़ा बदलाव किया गया है।
गोदामों को सुरक्षित स्थानों पर किया जा रहा शिफ्ट
सरकार ने खास तौर पर ऐसे इलाकों में ध्यान केंद्रित किया है जहां भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई या गोलाबारी की आशंका अधिक है। इन स्थानों से खाद्य भंडारण केंद्रों को ऐसे इलाकों में स्थानांतरित किया जा रहा है जहां उन्हें अधिक सुरक्षा मिले और आपूर्ति बाधित न हो। साथ ही बर्फबारी के समय कटे हुए गांवों तक भी राशन पहुंचाने की योजना बनाई गई है।
स्टोरेज क्षमता बढ़ाई जा रही
PoK खाद्य विभाग के निदेशक अब्दुल हमीद कियानी ने बताया कि एलओसी के पास के सभी भंडार पहले ही तैयार कर दिए गए हैं, लेकिन अब उनके भंडारण की क्षमता को बढ़ाया जा रहा है ताकि दो महीने की खपत को पूरा किया जा सके। शनिवार को मुजफ्फराबाद के पास की एक मिल से 250 टन आटे की पहली खेप भेजी गई है।
भारत के डर से बदल रही पाकिस्तान की रणनीति
पाकिस्तान की तरफ से कभी शांति की बात तो कभी परमाणु हमले की धमकी दी जा रही है, लेकिन उसका आटा स्टॉक करने जैसा कदम बताता है कि अंदरूनी तौर पर उसे भारत के संभावित जवाबी हमले का डर सता रहा है। LoC के किनारे चल रही यह तैयारी इसी बात की गवाही देती है।