भारत-पाकिस्तान सीजफायर का दूसरा दिन शांत, DGMO बातचीत पर नजर

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By Rita Sharma

🕒 Published 1 month ago (5:26 AM)

नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर का आज दूसरा दिन (सोमवार, 12 मई) पूरी तरह शांतिपूर्ण और स्थिर रहा। राजस्थान, पंजाब और जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती क्षेत्रों में जनजीवन सामान्य दिखा। बाजार खुले और किसी भी तरह की गोलीबारी या ड्रोन गतिविधि की कोई खबर नहीं आई है। जम्मू शहर पूरी तरह शांत रहा और प्रशासन की निगरानी में सुरक्षा एजेंसियां सतर्क बनी हुई हैं।

जम्मू-कश्मीर में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में

जम्मू-कश्मीर से मिली जानकारी के अनुसार, रातभर कहीं भी गोलीबारी, ड्रोन या रॉकेट हमले की कोई सूचना नहीं है। सुरक्षा बलों ने बॉर्डर पर पूरी मुस्तैदी से गश्त की। रियासी ज़िले में चिनाब नदी पर स्थित सलाल डैम का एक गेट एहतियातन खोला गया है, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है।

🇵🇰 पाकिस्तान ने तब मांगी बातचीत, जब एयरबेस पर हमले हुए

सूत्रों के अनुसार, भारत की 9-10 मई की एयर स्ट्राइक एक बड़ा टर्निंग पॉइंट साबित हुई। भारत ने 7 मई को ही पाकिस्तान को सूचित किया था कि उसके टेरर इंफ्रास्ट्रक्चर पर एयर स्ट्राइक की गई है, लेकिन पाकिस्तान की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई थी।

जब भारत ने पाकिस्तानी एयरबेस को निशाना बनाया, तब जाकर पाकिस्तान की ओर से DGMO बातचीत का समय मांगा गया। बातचीत के लिए 10 मई दोपहर 1 बजे का समय तय हुआ।

अमेरिका की मध्यस्थता को भारत का साफ इनकार

अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने पहले पाकिस्तान के आर्मी चीफ आसिम मुनीर और फिर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात की थी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान बातचीत के लिए तैयार है।
भारत ने अमेरिका को दो टूक कह दिया कि यह वार्ता केवल DGMO स्तर पर होगी, किसी तीसरे पक्ष की आवश्यकता नहीं

ट्रंप के सीजफायर ऐलान से उठे सवाल

सीजफायर को लेकर सबसे बड़ा सवाल तब खड़ा हुआ जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 11 मई शाम 5:37 बजे सोशल मीडिया पर अचानक यह दावा किया कि भारत और पाकिस्तान सीजफायर के लिए राजी हो गए हैं। इसके तुरंत बाद दोनों देशों ने भी इस पर पुष्टि की।

हालांकि ट्रंप की इस घोषणा के पीछे की प्रक्रिया को लेकर अभी भी कई सवाल हैं –

  • क्या यह अमेरिका की रणनीतिक चाल थी?

  • या फिर ट्रंप ने राजनीतिक बढ़त के लिए ऐसा किया?

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