पाकिस्तान की पोल खोलने विदेश रवाना ‘टीम इंडिया’, 51 सांसद 33 देशों में रखेंगे भारत का पक्ष, हर डेलिगेशन में मुस्लिम प्रतिनिधि शामिल

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By Hindustan Uday

🕒 Published 3 months ago (9:36 AM)

केंद्र सरकार ने पहलगाम आतंकी हमले और उसके जवाब में किए गए “ऑपरेशन सिंदूर” को वैश्विक मंच पर प्रभावी ढंग से रखने के लिए बड़ा कूटनीतिक कदम उठाया है। सरकार ने सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल गठित किए हैं, जो दुनिया के 32 देशों का दौरा कर पाकिस्तान की भूमिका को उजागर करेंगे और भारत की आतंकवाद विरोधी नीति को मजबूती से पेश करेंगे। इन प्रतिनिधिमंडलों में कुल 51 सांसद और पूर्व मंत्री शामिल हैं, जिनका नेतृत्व विभिन्न दलों के वरिष्ठ नेता कर रहे हैं।

हर प्रतिनिधिमंडल में मुस्लिम चेहरा, विपक्ष को भी मिला स्थान
सत्ताधारी एनडीए गठबंधन से 31 और विपक्षी दलों से 20 नेताओं को इन प्रतिनिधिमंडलों में शामिल किया गया है। खास बात यह है कि हर डेलिगेशन में कम से कम एक मुस्लिम चेहरा – चाहे वह नेता हो या राजनयिक – को जगह दी गई है, जिससे दुनिया के सामने भारत की विविधता और समावेशिता का संदेश भी जाए। विदेश मंत्रालय के 8 वरिष्ठ अधिकारी भी इन टीमों का हिस्सा होंगे।

शशि थरूर, सुप्रिया सुले, कनिमोझी, रविशंकर प्रसाद जैसे नेता होंगे अगुवा
सात प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व जय बैजयंत पांडा (भाजपा), रविशंकर प्रसाद (भाजपा), संजय कुमार झा (जदयू), श्रीकांत शिंदे (शिवसेना), शशि थरूर (कांग्रेस), कनिमोझी करुणानिधि (डीएमके) और सुप्रिया सुले (राकांपा-एसपी) कर रहे हैं। सभी प्रतिनिधिमंडल विभिन्न देशों की यात्रा के बाद अंतिम रूप से ब्रुसेल्स स्थित यूरोपीय संघ मुख्यालय का दौरा करेंगे।

कांग्रेस के नेताओं को लेकर विवाद, जयराम रमेश ने उठाए सवाल
कांग्रेस की ओर से सुझाए गए चार नेताओं में से केवल आनंद शर्मा को प्रतिनिधिमंडल में जगह दी गई, जबकि गौरव गोगोई, सैयद नसीर हुसैन और अमरिंदर सिंह राजा वारिंग को बाहर रखा गया। इसके उलट पार्टी से परे जाकर शशि थरूर, मनीष तिवारी, अमर सिंह और सलमान खुर्शीद को शामिल किया गया। इस पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने नाराजगी जताते हुए कहा कि यह मोदी सरकार की “राजनीतिक दुर्भावना” को दर्शाता है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस नेता प्रतिनिधिमंडल में शामिल होकर देश की बात मजबूती से रखेंगे।

संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने दी जानकारी
एक्स (पूर्व ट्विटर) पर संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने लिखा, “एक मिशन. एक संदेश. एक भारत. सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल जल्द ही ऑपरेशन सिंदूर के तहत प्रमुख देशों से संपर्क करेंगे, जो आतंकवाद के खिलाफ हमारे सामूहिक संकल्प को दर्शाता है।”

प्रमुख प्रतिनिधिमंडल और उनकी यात्राएं –

  1. जय पांडा के नेतृत्व में:
    • देश: सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन, अल्जीरिया
    • सदस्य: निशिकांत दुबे, असदुद्दीन ओवैसी, गुलाम नबी आजाद, हर्ष श्रृंगला सहित 8 सदस्य
  2. रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में:
    • देश: यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, जर्मनी, ईयू, इटली, डेनमार्क
    • सदस्य: प्रियंका चतुर्वेदी, एमजे अकबर, पंकज सरन, अमर सिंह सहित 8 सदस्य
  3. संजय झा के नेतृत्व में:
    • देश: इंडोनेशिया, मलेशिया, दक्षिण कोरिया, जापान, सिंगापुर
    • सदस्य: अपराजिता सारंगी, यूसुफ पठान, सलमान खुर्शीद, मोहन कुमार आदि
  4. श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व में:
    • देश: यूएई, लाइबेरिया, कांगो, सिएरा लियोन
    • सदस्य: बांसुरी स्वराज, एसएस अहलूवालिया, सुजान चिनॉय आदि
  5. शशि थरूर के नेतृत्व में:
    • देश: अमेरिका, पनामा, गुयाना, कोलंबिया, ब्राजील
    • सदस्य: तेजस्वी सूर्या, मिलिंद देवड़ा, तरनजीत संधू आदि
  6. कनिमोझी करुणानिधि के नेतृत्व में:
    • देश: स्पेन, ग्रीस, स्लोवेनिया, लातविया, रूस
    • सदस्य: राजीव राय, मियां अल्ताफ अहमद, मंजीव पुरी, जावेद अशरफ आदि
  7. सुप्रिया सुले के नेतृत्व में:
    • देश: मिस्र, कतर, इथियोपिया, दक्षिण अफ्रीका
    • सदस्य: अनुराग ठाकुर, मनीष तिवारी, सैयद अकबरुद्दीन, आनंद शर्मा आदि

 

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