🕒 Published 2 months ago (6:04 PM)
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के बीच गुरुवार शाम को पाकिस्तान से सटे चार राज्यों—जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात—में मॉक ड्रिल की जाएगी। इन सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है। गृह मंत्रालय के निर्देश पर की जा रही यह मॉक ड्रिल राष्ट्रीय सुरक्षा तैयारियों की जांच के उद्देश्य से की जा रही है।
भारत-पाक सीमा पर चौकसी बढ़ी
भारत और पाकिस्तान के बीच 3,300 किलोमीटर से अधिक लंबी सीमा है। जम्मू-कश्मीर में यह नियंत्रण रेखा (LoC) कहलाती है, जबकि पंजाब, राजस्थान और गुजरात की सीमाएं अंतर्राष्ट्रीय सीमा (IB) हैं। बढ़ती आतंकवादी गतिविधियों और ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की बौखलाहट को देखते हुए भारत ने सीमाओं पर अलर्ट बढ़ा दिया है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान में दहशत
गौरतलब है कि 6-7 मई की रात भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक एयरस्ट्राइक की थी। इस संयुक्त सैन्य अभियान में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिद्दीन के अड्डों को तबाह किया गया था। प्रधानमंत्री मोदी के अनुसार, इस कार्रवाई में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए।
इन जगहों पर हुई थी एयरस्ट्राइक:
- बहावलपुर (जैश-ए-मोहम्मद हेडक्वार्टर)
- मुरीदके (लश्कर-ए-तैयबा हेडक्वार्टर)
- गुलपुर, भिंबर, बाग, कोटली, मुजफ्फराबाद, चाक अमरू, सियालकोट
अब 12 और आतंकी अड्डों पर नजर
भारतीय एजेंसियों ने पाकिस्तान में मौजूद 12 और आतंकी ठिकानों की सूची तैयार की है, जिन्हें भविष्य में निशाना बनाया जा सकता है। इन ठिकानों पर कार्रवाई की संभावना से पाकिस्तान में खलबली मची हुई है।
एलओसी पर तनाव, एयर डिफेंस अलर्ट पर
पाकिस्तान द्वारा ड्रोन हमले की कोशिशों और एलओसी पर फायरिंग की घटनाओं को देखते हुए कश्मीर के 10 जिलों में कंट्रोल सेंटर बनाए गए हैं और एयर डिफेंस सिस्टम हाई अलर्ट पर है। पाकिस्तान द्वारा सैन्य और नागरिक ठिकानों पर हमले की कोशिशों को भारतीय सेना ने नाकाम किया है।
22 अप्रैल के पहलगाम हमले का बदला था ऑपरेशन सिंदूर
यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले का जवाब था, जिसमें कई जवान शहीद हुए थे। भारत ने इसका कड़ा जवाब देकर आतंक के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस नीति का प्रदर्शन किया है।
संभावित ऑपरेशन की तैयारी में मॉक ड्रिल अहम
सरकार का कहना है कि मॉक ड्रिल का उद्देश्य सीमावर्ती राज्यों की आपातकालीन तैयारियों की जांच करना और नागरिकों को किसी भी संभावित खतरे से पहले जागरूक बनाना है।