🕒 Published 1 month ago (5:01 PM)
ईरान-इजराइल के बीच छिड़े युद्ध के बीच भारत सरकार ने ‘ऑपरेशन सिंधु’ के तहत अपने नागरिकों को सुरक्षित स्वदेश लाने का बड़ा अभियान चलाया है। अब तक इस रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत कुल 1,117 भारतीयों को सुरक्षित ईरान से निकाला जा चुका है।
शनिवार देर रात ईरान के मशहद से एक और चार्टर्ड फ्लाइट 290 भारतीयों को लेकर नई दिल्ली पहुंची। इससे पहले शनिवार शाम 4:30 बजे एक और जत्था राजधानी पहुंचा था, जिसमें 310 नागरिक शामिल थे। वहीं 20 जून को दो बैचों में 407 भारतीयों की वापसी हुई थी। देर रात 10:30 बजे की फ्लाइट से 290 लोग और फिर 3 बजे की फ्लाइट से 117 भारतीय स्वदेश लौटे।
वतन लौटते ही छलका दर्द, गूंजा ‘वंदे मातरम’
दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरते ही विमान से बाहर निकलते भारतीयों के चेहरों पर राहत की झलक साफ दिखी। कई लोगों की आंखें नम थीं और ‘वंदे मातरम’ के नारे गूंजने लगे। एक यात्री ने कहा, “हम मौत के मुंह से बाहर आए हैं। वहां मिसाइलें गिर रही थीं, हम थर-थर कांप रहे थे। हमें बाहर निकलने नहीं दिया गया था। हम वहां जियारत के लिए गए थे, लेकिन एक हफ्ते तक फंसे रहे।”
लोगों ने मोदी सरकार का जताया आभार
भारतीय नागरिक परवीन ने बताया, “हम वापस आ गए हैं। तहे दिल से प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद। भारत सरकार ने हमारी पूरी मदद की।”
इंदिरा कुमारी नाम की एक और महिला ने कहा, “हम अपने देश लौट आए हैं। ये भारत सरकार और प्रधानमंत्री मोदी की वजह से मुमकिन हो पाया।”
प्रयागराज की रहने वालीं अलमास रिजवी ने बताया, “हमें अच्छे होटल में रुकवाया गया, खाना-पीना समय पर मिला। हमें ये तक महसूस नहीं होने दिया गया कि हम युद्ध जैसी स्थिति में हैं। भारतीय दूतावास और भारत सरकार ने हमारी बहुत मदद की।”
ईरान ने खोला एयरस्पेस, मिली वापसी की राह
ईरान सरकार ने अपने एयरस्पेस पर लगी पाबंदियों को अस्थाई रूप से हटाते हुए भारत को करीब 1,000 नागरिकों को निकालने की इजाजत दी। इनमें ज्यादातर छात्र शामिल हैं, जिन्हें तेहरान से मशहद लाया गया था। इन्हें ईरानी एयरलाइन माहान की तीन चार्टर्ड फ्लाइट्स के जरिए भारत भेजा गया।
ईरान स्थित भारतीय दूतावास के मिशन उप प्रमुख मोहम्मद जवाद हुसैनी ने जानकारी दी कि हालात बिगड़ने की स्थिति में अतिरिक्त फ्लाइट्स की भी व्यवस्था की जा सकती है।
ईरान की अमेरिका को धमकी
इस बीच ईरान ने एक बार फिर अमेरिका को चेतावनी दी है। ईरान ने कहा, “हर अमेरिकी नागरिक और सैनिक हमारे टारगेट पर है। तुमने शुरुआत की है, अब इसे खत्म हम करेंगे।”