🕒 Published 1 month ago (2:37 PM)
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच शनिवार शाम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अचानक की गई सीजफायर अपील ने राजनीतिक और कूटनीतिक हलकों में हलचल मचा दी। पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार को समर्थन देने वाले विपक्षी दलों ने एक बार फिर तीखे तेवर दिखाते हुए सरकार पर सवालों की बौछार कर दी है।
इसी बीच, रक्षा मंत्रालय ने स्थिति को स्पष्ट करने और तमाम अफवाहों पर विराम लगाने के लिए एक जरूरी प्रेस कांफ्रेंस की। इसमें मंत्रालय के प्रवक्ताओं ने बताया कि सीजफायर की कोई आधिकारिक घोषणा भारत सरकार की ओर से नहीं हुई है, और देश की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
क्या बोले रक्षा मंत्रालय के अधिकारी?
प्रेस कांफ्रेंस में अधिकारियों ने बताया—
- भारत अपनी सीमाओं की सुरक्षा के लिए पूरी तरह सजग है।
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अपील को भारत ने संज्ञान में लिया है, लेकिन आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई पर कोई समझौता नहीं होगा।
- पहलगाम हमले की जांच और जवाबी कार्रवाई की योजना पर काम जारी है।
विपक्ष फिर हमलावर
पहलगाम हमले के बाद सरकार के साथ खड़े नजर आ रहे विपक्षी दलों ने अब फिर से सरकार की रणनीति और कूटनीति पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस समेत कई दलों ने पूछा है कि यदि भारत युद्ध की स्थिति में नहीं है, तो फिर सीमाओं पर बढ़ती सैन्य हलचल का कारण क्या है?
क्या युद्ध टल गया?
डोनाल्ड ट्रंप की सीजफायर अपील को कुछ विश्लेषक संभावित युद्ध को टालने की दिशा में एक प्रयास मान रहे हैं, लेकिन भारत सरकार ने फिलहाल कोई ऐसा संकेत नहीं दिया है कि वह अपने सुरक्षा रवैये में कोई नरमी बरतने जा रही है।