🕒 Published 4 weeks ago (12:11 PM)
भारत और पाकिस्तान के बीच बॉर्डर पर सीजफायर का ऐलान हो चुका है, लेकिन भारत का जवाबी सैन्य अभियान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अब भी जारी है। रविवार को तीनों सेनाओं के ऑपरेशंस डायरेक्टर्स ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस ऑपरेशन की विस्तृत जानकारी दी। सेना ने साफ किया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत तय सभी लक्ष्य पूरे कर लिए गए हैं और जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मारे गए निर्दोषों को न्याय मिला है।
भारतीय पायलट सभी सुरक्षित, पाकिस्तानी दावे खारिज
एयर ऑपरेशंस के डायरेक्टर जनरल (DGAO) एयर मार्शल एके भारती ने जानकारी दी कि भारतीय वायुसेना के सभी पायलट सुरक्षित वापस लौटे हैं और हमने अपने सभी टारगेट्स को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। उन्होंने पाकिस्तान की ओर से राफेल विमान गिराने और भारतीय पायलट को पकड़ने के दावों को झूठा और बेबुनियाद बताया। भारती ने कहा, “हमने किसी भी पाकिस्तानी विमान को अपनी सीमा में दाखिल नहीं होने दिया, इसलिए कोई मलबा नहीं मिला। हां, हमने कुछ पाकिस्तानी फाइटर जेट्स और ड्रोन को मार गिराया है, लेकिन उनकी संख्या की पुष्टि तकनीकी जांच के बाद ही की जाएगी।”
पाक एयरबेस और सैन्य ठिकानों को भारी नुकसान
भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के कई महत्वपूर्ण सैन्य अड्डों को निशाना बनाया, जिनमें चकलाला और रफीकी जैसे प्रमुख एयरबेस शामिल हैं। एयर मार्शल एके भारती ने बताया कि ये हमले बेहद सटीक और संयमित रहे। भारतीय वायुसेना ने वेस्टर्न फ्रंट पर एयरबेस, कमांड सेंटर्स, मिलिट्री इंफ्रास्ट्रक्चर और एयर डिफेंस सिस्टम को ध्वस्त किया।
100 से ज्यादा आतंकी ढेर, बड़े नाम शामिल
मिलिट्री ऑपरेशंस के डीजी राजीव घई ने बताया कि भारत ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया और इस कार्रवाई में 100 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया गया। इनमें कंधार हाईजैक और पुलवामा हमले से जुड़े यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक और मुदस्सिर अहमद जैसे नाम भी शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि अब तक कुल 21 आतंकी ठिकानों की पहचान की जा चुकी है और ज़रूरत पड़ने पर बाकी ठिकानों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
नौसेना भी थी पूरी तरह तैयार
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डायरेक्टर जनरल नेवल ऑपरेशंस (DGNO) वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने खुलासा किया कि इंडियन नेवी भी इस ऑपरेशन में पूरी तरह तैयार थी। 9 मई की रात को नौसेना ने कराची पोर्ट समेत पाकिस्तान के कई समुद्री सैन्य ठिकानों पर हमला करने की योजना बनाई थी। उन्होंने बताया कि “हमारे जंगी जहाज और हथियार तय लक्ष्यों को नष्ट करने के लिए तैयार थे, हमें सिर्फ अंतिम आदेश का इंतजार था।”
हमले की पृष्ठभूमि: पहलगाम का दर्दनाक हमला
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला कर 26 लोगों की जान ले ली थी। इसके जवाब में 7 मई को भारत ने पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की। भारत की इस सटीक और तेज़ कार्रवाई के बावजूद पाकिस्तान ने जवाबी हमलों की कोशिश की, जिसे भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने पूरी तरह नाकाम कर दिया।