🕒 Published 4 months ago (6:15 AM)
UP News: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में खैरागढ़ इलाके की एक गरीब मजदूर महिला साबरा को इनकम टैक्स विभाग से 4 करोड़ 88 लाख रुपये का नोटिस मिला है। पढ़ना-लिखना तक न जानने वाली साबरा और उसके पति शमसुद्दीन दिहाड़ी मजदूरी कर परिवार चलाते हैं और झुग्गी में रहते हैं। अब यह नोटिस उनके लिए बड़ी परेशानी बन गया है।
कैसे आया 4.88 करोड़ रुपये का नोटिस?
आयकर विभाग ने 30 मार्च 2025 को आयकर अधिनियम 1961 की धारा 148A(1) के तहत साबरा के नाम पर नोटिस जारी किया। 1 अप्रैल को यह नोटिस डाक के जरिए उन्हें मिला। नोटिस के मुताबिक, असेसमेंट ईयर 2021-22 में 4.88 करोड़ रुपये की बोगस बिक्री उनके नाम दर्ज हुई है और उन्हें 17 अप्रैल तक जवाब देना होगा।
न पढ़ सकती, न लिख सकती, फिर कैसे हुआ करोड़ों का लेन-देन?
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि साबरा पढ़-लिख भी नहीं सकती। जब डाकिया यह नोटिस लेकर आया, तो उसने सिर्फ अंगूठा लगाकर रिसीव कर लिया। नोटिस अंग्रेजी में लिखा हुआ है, जिसे समझना भी उनके लिए नामुमकिन है।
पैन कार्ड का गलत इस्तेमाल!
साबरा के पास पैन कार्ड मौजूद है, लेकिन उसका कहना है कि उन्होंने कभी भी किसी को पैन कार्ड नहीं दिया। आशंका जताई जा रही है कि उनके पैन नंबर (MBAPS9218M) का गलत इस्तेमाल कर किसी ने करोड़ों की फर्जी बिक्री दिखा दी है।
विशेषज्ञों ने जताई गहरी जांच की जरूरत
आयकर विशेषज्ञ आर.पी. गोयल का कहना है कि यह मामला गंभीर जांच की मांग करता है। संभव है कि किसी ने आधार और पैन कार्ड की जानकारी चुरा ली हो और फर्जीवाड़ा किया हो।
अब क्या होगा?
फिलहाल, आयकर विभाग ने महिला को अपना पक्ष रखने का मौका दिया है। लेकिन, एक गरीब मजदूर महिला के लिए यह नोटिस किसी बड़े संकट से कम नहीं है। अब देखना होगा कि जांच में क्या सच सामने आता है और क्या महिला को इस परेशानी से राहत मिलेगी।