डेस्क पोर्ट ब्लेयर, नई दिल्ली, ICG Rescue Sea Angel ,भारतीय तटरक्षक बल,ICG (Indian Coast Guard, ) ने एक और साहसिक मिशन को सफल बनाते हुए समुद्र में फंसी अमेरिकी याच ‘सी एंजेल’ को बचा लिया। यह घटना अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के नजदीक की है।
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ICG Rescue Sea Angel
ICG Rescue Sea Angel : 10 जुलाई को सुबह, पोर्ट ब्लेयर में तटरक्षक बल के समुद्री बचाव समन्वय केंद्र ( MRCC) को चेन्नई में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास से संकट सिग्नल मिला कि नौका ‘सी एंजल’ की पाल फट गई थी और इसका प्रोपेलर रस्सियों में उलझने के कारण पूरी तरह से काम नहीं कर रहा था। जिस समय संदेश मिला उस वक्त ‘सी एंजेल’ नाव इंदिरा पॉइंट से 52 नॉटिकल मील दक्षिण-पूर्व में थी । नाव में मौजूद दो लोगों की जान खतरे में थी। लेकिन जैसे ही संकट का संदेश मिला, MRCC पोर्ट ब्लेयर ने तुरंत एक्शन लिया, इंटरनेशनल सेफ्टी नेटवर्क (ISN) को एक्टिव किया और आसपास के व्यापारिक जहाजों को अलर्ट किया गया ।
नाव को सुरक्षित बंदरगाह तक पहुंचाया
Sea Angel में फंसे लोगों की मदद के लिए भारतीय तटरक्षक बल के जहाज (ICGS) ‘राजवीर’ को दोपहर 2 बजे रवाना किया गया और करीब 5:30 बजे नाव तक पहुंचकर दोनों लोगों से संपर्क किया गया । गनीमत यह रही कि तेज तूफान के बावजूद दोनों यात्री सुरक्षित मिले । शाम 6:50 बजे ‘सी एंजेल’ को रस्सियों से बांधकर कैम्पबेल बे की ओर टो किया गया और 11 जुलाई नाव को सुरक्षित बंदरगाह तक पहुंचाया गया ।
Sea Angel क्यों है खास?
69 टन की सी एंजेल 1987 में अमेरिका में बनी एक लक्ज़री मोटर याच है इसकी लंबाई 27.58 मीटर है । इस नाव में 5 स्टेटरूम है । इन कमरों में 10 लोगों के रहने की व्यवस्था है इसके अलावा 4 क्रू मेंबर भी रहते हैं । नाव की रफ्तार 19 नॉट और क्रूजिंग रफ्तार 12 नॉट है ।
इसका कुल वज़न है।


