🕒 Published 1 week ago (2:50 PM)
डायबिटीज होने के बाद ज़्यादातर लोगों को लगता है कि अब उन्हें मीठे से हमेशा के लिए दूरी बनानी पड़ेगी, खासकर उन लोगों के लिए जिनकी मिठाई के बिना जिंदगी अधूरी लगती है। लेकिन सच्चाई ये है कि डायबिटीज का मतलब मीठे से पूरी तरह तौबा करना नहीं है — बल्कि इसे समझदारी से खाना सीखना है।
यहां हम बता रहे हैं डायबिटीज में मीठा खाने से पहले ध्यान में रखने योग्य 5 ज़रूरी बातें, जो आपकी सेहत और स्वाद दोनों का संतुलन बनाए रखेंगी:
1. रिफाइंड शुगर को कहें बाय-बाय, नेचुरल स्वीटनर अपनाएं
डायबिटीज में सफेद चीनी (रिफाइंड शुगर) नुकसानदेह होती है क्योंकि यह ब्लड शुगर को तेज़ी से बढ़ा देती है। इसके बजाय आप स्टीविया, डेट सिरप (खजूर शहद), मॉन्क फ्रूट स्वीटनर, या नारियल चीनी जैसे नेचुरल विकल्प चुन सकते हैं। ये स्वाद में अच्छे होते हैं और धीरे-धीरे शुगर रिलीज़ करते हैं।
2. मीठे की तलब फलों से शांत करें
जब मीठा खाने का मन हो, तो सीधे मिठाई की ओर न भागें। सेब, अमरूद, पपीता, नाशपाती, ब्लूबेरी या स्ट्रॉबेरी जैसे कम शुगर और ज्यादा फाइबर वाले फल लें। ये फल न केवल मीठे होते हैं, बल्कि ब्लड शुगर को भी नियंत्रण में रखने में मदद करते हैं।
3. बाजार की मिठाइयों से बचें, घर की बनी हेल्दी मिठाइयां चुनें
बाजार की मिठाइयों में चीनी, घी और ट्रांस फैट का लेवल बहुत अधिक होता है। इनके बजाय घर में बनाए गए खजूर-ओट्स लड्डू, लो-फैट दूध से बनी बर्फी, या स्टीविया से बनी खीर जैसे विकल्प चुनें। स्वाद भी मिलेगा और स्वास्थ्य भी सुरक्षित रहेगा।
4. मीठे के साथ फाइबर और प्रोटीन का कॉम्बिनेशन रखें
जब आप कुछ मीठा खाएं, तो साथ में बादाम, अखरोट, दही, पनीर या अंडा जैसी चीजें लें। ये प्रोटीन और फाइबर ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ने से रोकते हैं और मिठा धीरे पचता है।
5. समय और मात्रा का रखें ध्यान
मीठा खाने का भी सही समय और मात्रा होती है। कोशिश करें कि खाली पेट या रात को सोने से पहले मीठा न खाएं। दोपहर के खाने के बाद, एक छोटा लड्डू या एक छोटी कटोरी खीर ली जा सकती है, वो भी सीमित मात्रा में और बिना सफेद चीनी के।