🕒 Published 4 months ago (8:28 AM)
चंडीगढ़, 17 अप्रैल 2025: हरियाणा विद्युत विनियामक आयोग (एचईआरसी) के अध्यक्ष श्री नन्द लाल शर्मा ने कहा कि धार्मिक आस्था के साथ खेल प्रतियोगिताएं भी समाज के लिए अनिवार्य हैं। युवाओं को नशे और नकारात्मक प्रवृत्तियों से दूर रखने तथा उन्हें सकारात्मक दिशा में प्रेरित करने के लिए खेलों का आयोजन अत्यंत आवश्यक है। श्री शर्मा हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में स्थित अपने पैतृक गांव डोहक में आयोजित दो दिवसीय खेल प्रतियोगिता के समापन समारोह में बोल रहे थे।
इस आयोजन को ‘खेलो इंडिया, खेलो हिमाचल’ की एक नई शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है। डोहक गांव, जहां गत वर्ष भगवान हनुमान जी की 54 फीट ऊंची प्रतिमा की स्थापना के बाद इसे ‘डोहकेश्वर धाम’ के नाम से जाना जाने लगा है, अब धार्मिक आस्था के साथ खेल संस्कृति का नया केंद्र बनता जा रहा है।
11 से 12 अप्रैल तक आयोजित इस आयोजन में कबड्डी, वॉलीबॉल, मिनी मैराथन, मेहंदी प्रतियोगिता और पारंपरिक कुश्ती दंगल का सफल आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का मुख्य आकर्षण कुश्ती दंगल रहा, जिसमें 5 वर्षीय एक बालक ने भाग लेकर सभी को चौंका दिया और आयोजन को एक नई पहचान दी।
कुश्ती दंगल का फाइनल मुकाबला बेहद रोमांचक रहा, जिसे होशियारपुर के पहलवान जशन ने जीतकर ₹25,000 का नकद पुरस्कार प्राप्त किया। उपविजेता को ₹15,000 की राशि प्रदान की गई। अन्य खेलों में विजेता खिलाड़ियों को भी नकद पुरस्कारों और ट्रॉफियों से सम्मानित किया गया।
समापन समारोह में हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड (HPSEB) के निदेशक श्री मनोज उप्रेती मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। उन्होंने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि युवा शक्ति ही देश का भविष्य है और उन्हें खेलों के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भागीदारी निभानी चाहिए।
एचईआरसी अध्यक्ष श्री शर्मा ने ग्रामीण क्षेत्रों में छिपी प्रतिभाओं को मंच देने और उन्हें सही दिशा दिखाने के लिए ऐसे आयोजनों को आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि डोहकेश्वर धाम न केवल धार्मिक श्रद्धा का केंद्र है, बल्कि अब युवा सशक्तिकरण और समाज कल्याण का भी प्रतीक बन चुका है।
यह आयोजन न केवल खेल भावना को बढ़ावा देने वाला सिद्ध हुआ, बल्कि ग्रामीण युवाओं के लिए एक प्रेरणा बन गया, जिसमें आस्था और ऊर्जा का अद्भुत संगम देखने को मिला।