🕒 Published 1 month ago (6:06 PM)
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा मामला कोमिला जिले से सामने आया है, जहां एक हिंदू महिला के साथ 35 हजार टका की मामूली उधारी के चलते बर्बरता की सारी हदें पार कर दी गईं। आरोपी फजर अली, जो खुद को बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) से जुड़ा बताता है, ने महिला को घर में अकेला पाकर न सिर्फ दरवाजा तोड़कर घुसपैठ की, बल्कि उसे निर्वस्त्र कर अपनी हवस का शिकार बनाया।
बताया जा रहा है कि पीड़िता के परिवार ने फजर अली से 35 हजार टका उधार लिया था, जिसकी अदायगी समय पर नहीं हो पाई। गुरुवार रात करीब 11 बजे आरोपी पीड़िता के घर पहुंचा, जहां वह अपनी बच्ची के साथ अकेली थी। दरवाजा नहीं खोलने पर उसने ज़बरदस्ती दरवाजा तोड़ा और महिला को पहले निर्वस्त्र कर, फिर उसके साथ बलात्कार किया।
महिला की चीख-पुकार सुनकर जब आसपास के लोग मौके पर पहुंचे, तो आरोपी रंगे हाथों पकड़ा गया। शुरुआत में भ्रम में पड़े लोगों ने महिला को ही दोषी समझकर पीटा, लेकिन जब महिला ने आपबीती सुनाई, तो भीड़ का गुस्सा फजर अली पर फूट पड़ा। हालांकि, पिटाई के बाद वह मौके से फरार हो गया। कुछ देर बाद वह कोमिला के एक अस्पताल में भर्ती हुआ और फिर वहां से भागकर ढाका पहुंच गया, जहां से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस शर्मनाक वारदात का वीडियो भी बना लिया गया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। मामले में पुलिस ने अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें आरोपी फजर अली और वीडियो शूट करने वाले चार युवक शामिल हैं। सभी से पूछताछ जारी है और मामले की गंभीरता को देखते हुए विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, फजर अली इलाके में ड्रग्स और जुए का अवैध धंधा करता था। वह BNP का समर्थक तो था, लेकिन उसके पास कोई आधिकारिक पद नहीं था। वह इसी राजनीतिक पहचान की आड़ में लोगों को डराया धमकाया करता था।
पहले भी रथ यात्रा पर हुआ था हमला
यह पहली बार नहीं है जब कोमिला जिले में हिंदू महिला को निशाना बनाया गया है। रथ यात्रा के दिन मुरादनगर इलाके में भी एक 25 वर्षीय हिंदू महिला के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना सामने आई थी। सभी आरोपी घर का दरवाजा तोड़कर घुसे थे। पुलिस ने इस मामले में भी तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
आरोपी फजर अली