🕒 Published 2 months ago (1:47 AM)
वृंदावन, मथुरा। रविवार को वृंदावन में संत समाज की अहम बैठक आयोजित हुई, जिसमें लव जिहाद के बढ़ते मामलों पर चर्चा की गई। संतों ने इस मुद्दे पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए राज्य सरकार से कड़े कदम उठाने की अपील की है।
बैठक में संतों ने ब्यूटी पार्लरों में मुस्लिम युवक-युवतियों की एंट्री पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। हिंदूवादी नेता दिनेश शर्मा फलाहारी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को इस संबंध में एक पत्र भी लिखा है, जिसमें पार्लरों की जांच कराने और मुस्लिम युवकों को इन संस्थानों से बाहर रखने की मांग की गई है।
बैठक में एक संत ने कहा, “आजकल ब्यूटी पार्लरों में ऐसे विधर्मी लोगों की एंट्री हो गई है, जिनके खुद के घरों में बिंदी लगाने की परंपरा नहीं है। वो हमारी बेटियों को क्या संस्कारी दुल्हन बनाएंगे? उनकी प्रवृत्ति शूर्पणखा जैसी है। हम सनातन धर्म के अनुयायियों से अपील करते हैं कि अपनी बेटियों का श्रृंगार केवल सात्विक और धार्मिक मूल्यों को मानने वालों से ही कराएं।”
संतों ने यह भी कहा कि विवाह एक पवित्र बंधन है और इसके लिए होने वाला श्रृंगार भी पवित्र होना चाहिए। “श्रृंगार करें, लेकिन उनसे कराएं जो मांसाहारी न हों और सनातन संस्कृति का पालन करते हों,” उन्होंने कहा।
इस बैठक के बाद राज्य की राजनीति में एक नई बहस छिड़ गई है, जहां एक ओर कुछ संगठन इस मांग को समर्थन दे रहे हैं, वहीं दूसरी ओर इसे साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश बताया जा रहा है।