🕒 Published 6 days ago (6:03 PM)
देहरादून: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में लगातार हो रही तेज बारिश ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। बारिश के चलते पहाड़ों से भारी मलबा और पत्थर गिरने लगे हैं, जिससे केदारनाथ जाने वाला मुख्य पैदल मार्ग बंद हो गया है। जिला प्रशासन और आपदा राहत बलों ने तत्परता दिखाते हुए अब तक 1600 से अधिक यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है।
रात भर बारिश, नदियों में उफान, घरों में घुसा पानी
आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने जानकारी दी कि शुक्रवार देर रात 1 बजे से लेकर सुबह 4 बजे तक जिले में मूसलधार बारिश हुई। इसके चलते कई नदियों और नालों का जलस्तर अचानक बढ़ गया। नतीजतन, चामेली, रुमसी, चमराड़ा टोक और विजयनगर जैसे इलाकों के एक दर्जन से अधिक घरों में पानी और कीचड़ घुस गया। कुछ सड़कों को भी नुकसान पहुंचा है।
केदारनाथ पैदल रास्ता भूस्खलन से अवरुद्ध
गौरीकुंड के समीप घोड़ा पड़ाव से लगभग 50 मीटर की दूरी पर अचानक भारी मलबा और पत्थर गिरने से केदारनाथ जाने वाले पैदल मार्ग का लगभग 30 मीटर हिस्सा पूरी तरह बाधित हो गया। हालात को देखते हुए तुरंत एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और अन्य संबंधित विभागों की टीमें मौके पर पहुंचीं और राहत कार्य शुरू किया। वैकल्पिक मार्ग बनाकर अधिकांश श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाला गया।
अब भी 700 यात्री फंसे, बचाव जारी
आपदा प्रबंधन सचिव के अनुसार, अब तक लगभग 1,600 यात्रियों को सुरक्षित निकाला जा चुका है जबकि लगभग 700 श्रद्धालु अभी भी अलग-अलग स्थानों पर फंसे हुए हैं। उन्हें निकालने के प्रयास तेज़ी से चल रहे हैं। जिला प्रशासन, पुलिस, राजस्व विभाग और स्वास्थ्य विभाग संयुक्त रूप से राहत कार्यों में जुटे हुए हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने दिए राहत कार्य तेज़ करने के निर्देश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्थिति का संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों से बात की और यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी विभागों को राहत एवं बचाव कार्यों को बिना किसी देरी के पूरा करने का आदेश दिया है।