🕒 Published 1 month ago (3:06 PM)
क्या है मामला?
हाल ही में हुई 10वीं बोर्ड परीक्षाओं में गणित के पेपर में 3 से 4 ऐसे सवाल पूछे गए थे जो निर्धारित सिलेबस से बाहर के थे। इसको लेकर अभिभावकों और शिक्षकों ने बोर्ड को लिखित शिकायत भेजी थी।
बोर्ड ने लिया छात्रों के हित में निर्णय
शिकायतों की जांच के बाद, हरियाणा बोर्ड ने विशेषज्ञों की राय ली और माना कि छात्रों के साथ अन्याय हुआ है। इसी के तहत बोर्ड ने गणित के पेपर में ग्रेस मार्क्स देने का फैसला किया है।
कितने मिलेंगे ग्रेस मार्क्स?
बोर्ड की ओर से यह संकेत मिले हैं कि छात्रों को कम से कम 10% तक ग्रेस मार्क्स दिए जा सकते हैं। हालांकि, सटीक प्रतिशत की घोषणा बोर्ड जल्द ही आधिकारिक नोटिस के ज़रिए करेगा।
छात्रों को मिलेगा लाभ
इस निर्णय से उन छात्रों को सीधा लाभ मिलेगा जिनके नंबर कुछ अंकों से कम रह गए थे या जो पासिंग मार्क्स से थोड़ा पीछे थे। ग्रेस मार्क्स मिलने के बाद ऐसे छात्र पास हो सकते हैं या उनके कुल अंकों में सुधार हो सकता है।